योगी ने एनटीपीसी मामले में एफआईआर दर्ज कराने के दिए निर्देश

लखनऊ। मॉरीशस की तीन दिनी यात्रा से वापस लौटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को लखनऊ पहुंचे। अमौसी हवाई अड्डे पर उतरने के बाद योगी रायबरेली के ऊंचाहार में एनटीपीसी ब्वायलर ब्लास्ट में हुए घायलों से मिलने पीजीआई, सिविल हॉस्पिटल औ केजीएमयू पहुंचे और घायलों से मुलाकात कर हालचाल लिया। सीएम ने अस्तपालों में चिकित्सकों से घायलों की स्थिति के बारे में जानकारी ली और इलाज में कोताही व लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए। साथ ही एनटीपीसी मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने मरीजों को दी जा रही चिकित्सीय सुविधाओं का हाल जाना और कहा कि सभी तरीके की मदद मरीजों को मिलनी चाहिए। इलाज में किसी भी तरह की कोताही व लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है। पीड़ितों के इलाज को लेकर सरकार सर्तक है। गंभीर रूप से घायलों को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली भेजा जा रहा है। उन्हांने कहा कि हादसे में घायलों का खर्चा सरकार उठाएगी।

एनटीपीसी मामले की जांच पर सीएम योगी ने कहा कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से मेरी बात हुई है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह स्वयं पूरे मामले को देख रहे हैं और वह इस पर निर्णय लेंगे। साथ ही एनटीपीसी खुद अपने स्तर पर इसकी जांच कर रही है। एनटीपीसी हादसे पर अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं होने पर योगी ने एनटीपीसी के अधिकारियों से नाराजगी जताई और तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर एनटीपीसी के जीएम राज कुमार भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम योगी के साथ मंत्री गोपाल टंडन और प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

बता दें कि हादसे के दौरान मॉरीशस की यात्रा पर रहे सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए घायलों को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए थे। साथ ही मृतक आश्रितों को 2 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 50 हजार रुपए और सामान्य घायलों को 25 हजार रुपए की सहायता की घोषणा की थी।

गौरतलब है कि बुधवार को रायबरेली में एनटीपीसी के बॉयलर में ब्लॉस्ट होने से 32 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे। घायलों का इलाज लखनऊ के कई अस्पतालों में चल रहा है। वहीं गंभीर रूप से घायलों को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली के एम्स और सफदरगंज अस्पताल भेजा जा चुका है।

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