नई दिल्ली| भाषा सुमधुर लोक गीतों और पारंपरिक प्रसाद की खुशबू के बीच सूर्य को समर्पित चार दिवसीय छठ महापर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। कल से शुरू हुए महापर्व पर शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने हिन्दी अंग्रेजी दोनों भाषाओं में ट्वीट किया है, महापर्व छठ की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। दिवाली के बाद मनाए जाने वाले इस पर्व में लौकिक र्जा के रूप में सूर्य को अध्र्य दिया जाता है। आस्था का यह महापर्व पूर्ण रूप से प्रकृति को समर्पित है। इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार और पूर्वी उार प्रदेश या पूर्वांचल के लोग मनाते हैं। इस वर्ष छठ पर्व 24 से 27 अक्तूबर तक मनाया जा रहा है। इस त्योहार में श्रद्धालु इसके तीसरे दिन डूबते सूर्य को और चौथे व अंतिम दिन उगते सूर्य को अध्र्य देते हैं। पहले दिन को नहाय-खाय के रूप में मनाया जाता है जिसमें व्रती लोग स्नान के बाद पारंपरिक पकवान तैयार करते हैं। दूसरे दिन को खरना कहा जाता है, जब श्रद्धालु दिन भर उपवास रखते हैं, जो सूर्य अस्त होने के साथ ही समाप्त हो जाता है। उसके बाद वे मिट्टी के बने चूल्हे पर खीर और रोटी बनाते है, जिसे बाद में प्रसाद के तौर पर वितरित किया जाता है। पर्व के तीसरे दिन छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अध्र्य देते हैं । चौथे व अंतिम दिन को पारन कहा जाता है। इस दिन व्रती सूप में ठेकुआ, सठौरा जैसे कई पारंपरिक पकवानों के साथ ही केला, गन्ना सहित विभिन्न प्रकार के फल रखकर उगते सूर्य को अध्र्य देते हैं जिसके बाद इस पर्व का समापन हो जाता है।
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