उत्तर प्रदेश प्रतिभाओं का भंडार है: राम नाईक

सीतापुर। गांवों में प्रतिभाशाली एवं आर्थिक रूप से सुविधा व साधनहीन बच्चों के लिए लीडरशिप एकेडमी, विद्याज्ञान के परिसर में गुरूवार को दौरा किया। स्कूल में अपने दौरे के दौरान राम नाईक ने स्पोर्ट्स एरीना की नींव रखी तथा विद्यार्थियों से बात करते हुए उन्हें अपने जीवन की प्रेरणाप्रद कहानी सुनाई। माननीय गवर्नर ने चुनिंदा टीचर्स को अपनी विशिष्ट सेवा तथा एकेडेमिक्स, खेल एवं संगीत के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। राज्यपाल रामनाईक ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा मेरा हमेशा से मानना है कि उत्तर प्रदेश प्रतिभाओं का भंडार है। यह देश का एकमात्र राज्य है, जहां से हमें आठ पूर्व प्रधानमंत्री मिले हैं। यद्यपि यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमें राज्य के हर कोने और वर्ग से भविष्य के लीडर्स मिलें। हमें एक-एक व्यक्ति तक गुणवत्तायुक्त शिक्षा पहुंचानी होगी। विद्याज्ञान राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के प्रतिभाशाली बच्चों को चुनकर उन्हें आगे बढने का मंच प्रदान करने का सराहनीय कार्य कर रहा है। इससे राज्य प्रगति की ओर और ज्यादा तेजी से अग्रसर होगा। राम नाईक ने जिस विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स एरीना की नींव रखी है, वो 8 एकड़ के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा तथा इसमें हॉकी, फुटबॉल, बास्केट बॉल एवं वॉलीबॉल के मैदान व कोर्ट होंगे। शिवनादर फाउंडेशन के उपक्रम, विद्याज्ञान की स्थापना 2009 में उत्तर प्रदेश के गांवों से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को चुनने तथा उन्हें अपनी पसंद के क्षेत्र में आगे बढने का मंच प्रदान करने के लिए की गई थी। पिछले सालों में विद्याज्ञान के विद्यार्थी शिक्षा व सहशिक्षा के क्षेत्रों में राज्य तथा देशव्यापी स्तर पर उभरे हैं। इस अवसर पर रोशनी नादर मल्होत्रा चेयरपर्सन, विद्याज्ञान एवं ट्रस्टी शिव नादर फाउंडेशन ने कहा हमें खुशी है कि आज हमारे साथ यहां पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक मौजूद हैं। मैं हमेशा से मानती रही हूं कि लीडरशिप की प्रेरणा दी जा सकती है और आज यहां पर हमारे विद्यार्थियों को माननीय गवर्नर के जीवन की जो प्रेरणाप्रद कहानी सुनने को मिली है, वह उन्हें बड़े लक्ष्यों की ओर बढने के लिए अवश्य प्रेरित करेगी। मुझे उम्मीद है कि हमारे विद्यार्थी चरावैति-काम करते रहें, आगे बढ़ते रहें और व्यस्त रहें के आदर्शवाक्य को अपनी जिंदगी में उतारेंगे, जिसने माननीय गवर्नर को अपने जीवन को आकार देने तथा बड़ी ऊंचाईयां छूकर समाज को अपना अमूल्य योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्याज्ञान लीडरशिप अकादमी के बारे में  कहा कि 2009 में शिव नादर फाउन्डेशन द्वारा स्थापित विद्याज्ञान वर्तमान में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और सीतापुर में दो स्कूलों का संचालन कर रहा है। जहां 1900 से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं। विद्याज्ञान समाज के वंचित बच्चों के लिए केवल एक स्कूल ही नहीं है बल्कि एक अत्याधुनिक लीडरशिप अकादमी है जो सामाजिक असंतुलन को दूर करके गरीब बच्चों को पढने का मौका प्रदान करती है ताकि वे पढ़लिख कर अपने परिवारों, समुदायों और समाज के लिए रोल मॉडल बन सकें।

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