720 गांवों को 90,000 से अधिक परिवार होंगे लाभान्वित :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

करीब 6,00,000 लोग शिक्षा, आजीविका, स्वास्थ्य, मूलभूत सुविधाओं, स्वच्छता और कृषि के क्षेत्र में होंगे प्रभावित।

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एचसीएल फाउंडेशन की अब तक की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) परियोजना “समुदाय” का अनावरण किया। “समुदाय” ग्रामीण क्षेत्र में निर्माण एवं विकास की दिशा में एक पहल है, जिसने अब तक राज्य में लगभग 6 लाख लोगों के लिए काम किया है।

एचसीएल फाउंडेशन, जोकि एचसीएल टेक्नोलॉजी की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व शाखा है ने ‘समुदाय’ की शुरुआत 2015 में की थी। वर्तमान में यह परियोजना उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के तीन हिस्सों में कार्यान्वित की जा रही है। इसकी शुरुआत के बाद से यह पहल, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पानी, स्वच्छता, आधारभूत संरचना और आजीविका के क्षेत्र में 720 गांवों के 90000 घरों में लगभग 6 लाख लोगों पर प्रभाव डाल चुकी है।

अनावरण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश में ‘समुदाय’ को लॉन्च करने के लिए एचसीएल को बधाई देता हूं। मुझे इस बात पर गर्व है की एचसीएल, जिसने अपनी शुरुआत उत्तर प्रदेश से की थी अब एक वैश्विक संगठन बन चुकी है, और इन्होने उत्तर प्रदेश को ही अपनी सबसे बड़ी सीएसआर परियोजना के लिए चुना है। मुझे पूरा भरोसा है कि जिस भावना के साथ यह प्रोजेक्ट लागू किया जा रहा है, वह निश्चित रूप हर एक नागरिक के विकास में मदद करेगा”।

परियोजना के माध्यम से एचसीएल फाउंडेशन का उद्देश्य मॉडल गांवों का टिकाऊ और दोहराने योग्य ब्लूप्रिंट तैयार करना है। उत्तर प्रदेश में इन मॉडल गांवों का विकास, लोगों को उचित निर्णय लेने में मदद करेगा और उनके बच्चों के लिए जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में भी सहायता करेगा। इस लक्ष्य की ओर ’समुदाय’ के माध्यम से एचसीएल फाउंडेशन, केंद्रीय और राज्य सरकार, ग्रामीण समुदायों, गैर-सरकारी संगठनों, शिक्षा संस्थानों और सहयोगी पार्टनर्स के साथ काम कर रहा है।

दो सालों से भी कम समय में, ‘समुदाय’ ने 380 से अधिक सूचना और संचार प्रौद्योगिकी आधारित प्रौढ़ शिक्षा कक्षाओं की स्थापना के साथ साथ 1865 लोगों को नामांकित किया है। ’समुदाय’ के सहयोग से करीब 5000 किसानो को भागिदार बनाया गया है और समुदाय के अंतर्गत लगभग 5500 शौचालयों का निर्माण किया गया है, जो वर्तमान में उपयोग में हैं। इसके अलावा, 63 गांवों में 49 मिनी सोलर ग्रिड की स्थापना की जा रही है। विभिन्न निवारक, प्रबन्धक और रोगनिवारक स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से 2000 गर्भवती महिलाओं और 7000 गंभीर कुपोषित बच्चों के स्वास्थ के लिेए काम किया है। ग्रामीण क्षेत्र के हर तीसरे घर में किचन (पोषण) गार्डन की शुरुआत करके पोषण के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। एचसीएल के द्वारा इस प्रोजेक्ट को तैयार किया गया है, जिसका उद्देश्य 100 फीसदी सीमान्त किसानो को आधुनिक और टिकाऊ कृषि पद्धतियों से अवगत करना है।

एचसीएल टेक्नोलॉजी बोर्ड की सीएसआर कमेटी की चेयरपर्सन और एचसीएल कॉर्पोरेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोशनी नादर मल्होत्रा ने कहा, “एचसीएल फाउंडेशन का यह मानना हैं कि सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन, विकास के नए और रचनात्मक मॉडल द्वारा ही लाया जा सकता है। जहां से एचसीएल ने अपनी यात्रा शुरू की, उस स्थान से हमारी निकटता ने उत्तर प्रदेश को परियोजना शुरू करने के लिए सबसे सही बनाया। यह परियोजना एक बाहरी भागीदारी के रूप में ग्रामीण क्षेत्र में बदलाव के बारे में नहीं बल्कि इस परिवर्तनकारी यात्रा में हमारे साथ समुदायों को आगे ले जाने के बारे में है। हम चाहते हैं कि ’समुदाय’ के माध्यम से हम एक मॉडल विकसित कर सकेंगे जो पूरे विश्व में टिकाऊ और दोहराने योग्य होगा।”

समुदाय परियोजना की निदेशक नवप्रीत कौर ने कहा की एचसीएल समुदाय शिक्षा, आजीविका, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, स्वच्छता और कृषि के क्षेत्रों में अपने विभिन्न प्रयासों के माध्यम से सकारात्मक प्रभाव लाने में मदद करेगा। हम उत्तर प्रदेश सरकार को उनके लगातार प्रोत्साहन और सहयोग के लिए धन्यवाद करते हैं।

एचसीएल एक विविध वैश्विक एंटरप्राइज है जो ‘टचिंग लाइफ्स’ के अपने मूल विश्वास के लिए प्रतिबद्ध है और 2011 में स्थापित एचसीएल फाउंडेशन के माध्यम से हमारा उद्देश्य सामाजिक जाग्रति और विकास करना है, जोकि राष्ट्र की प्रगति के लिए आवश्यक है।

हरदोई जिले के तीन हिस्से कच्छौन, बहेधर और कोथवान में कार्य किया जा रहा है।

शिक्षा

3 ब्लॉक में 380 से अधिक आईसीटी आधारित कक्षाएं संचालित हैं।

1865 वयस्कों का प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम में नामांकन किया गया है।

लाइवली हुड

स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत 700 युवाओं को ट्रेनिंग दी गई है।

200 से ज्यादा स्व सहायता समूहों (एसएचजी) हैं।

स्वास्थ्य

7000 से अधिक बच्चों के कुपोषण की जांच की गई है।

गर्भावस्था प्रबंधन इकाई (एचआरपीएमयू) के तहत 2000 गर्भवती महिलाओं की सहयता की गई है।

इंफ्रा

63 गांवों और तकरीबन 6000 घरों में बिजली देने के लिए 49 मिनी सौर ऊर्जा ग्रिड लगाई गई हैं।

 सरकारी स्कूलों और स्वास्थ्य संस्थानों का पुनर्वास किया है।

जल, स्वच्छता और साफ-सफाई

लगभग 5500 शौचालय का निर्माण किया है।

20 ग्राम पंचायतों में पानी सप्लाई करने के लिए 20 कुओं और ओवर हैड टैंक लगाने का काम शुरू किया गया है।

कृषि

5000 से अधिक किसानों को रचनात्मक कार्यों में लगाया गया है।

600 से अधिक एचएच (हाउस होल्ड) में पोषण बगीचें तैयार किए गए हैं।

एचसीएल फाउंडेशन के बारे में

एचसीएल फाउंडेशन (एचसीएलएफ) 2011 में स्थापित एचसीएल टेक का एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो समाज उत्थान और विकास में प्रयत्नशील है। फाउंडेशन का मानना ​​है कि एचसीएल संगठनात्मक योगदान देता है। फाउंडेशन द्वारा कर्मचारियों के हित, सामुदायिक विकास और गतिविधियों की योजना बनाई जाती है। फाउंडेशन ने अपनी गतिविधियों का विस्तार हर साल किया है। कंपनी अपने एजेंडे को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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