डॉ. प्रांजल अग्रवाल ( असिस्टेंट एडिटर-आई सी एन ग्रुप )
लखनऊ। देश की राजधानी दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत पर प्रदूषण से धुंए की चादर ने ओड रखा है ।आये दिन सांस एवं दमा रोगियों की मात्रा में इजाफा हो रहा है | इसी बीच हिन्द अस्पताल, बाराबंकी के छाती रोग विभाग के चिकित्सक डॉ. राहुल बरनवाल और डॉ. शिखा अग्रवाल से एक खास बातचीत के दौरान हमने जाना चाहा की एक आम आदमी की वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में क्या भूमिका हो सकती है, तो उन्होंने बताया —
१. ऊर्जा संरक्षण करें – उपयोग में न आने वाले पंखे, बत्ती एवं अन्य विद्युत् उपकरणों को बंद कर दें |
२. उर्जा कुशल उपकरण जैसे एल.ई.डी. बल्ब इत्यादि का उपयोग करें |
३. अपने आस-पास होने वाले सभी उपयोगी उर्जा संरक्षण कार्यक्रमों में भाग लें |
४. अपने सभी कार्यों को एकत्रित करने की कोशिश करें, ताकि कम बार बाहर निकलना पड़े | इससे उर्जा भी बचेगी और आप प्रदूषण संपर्क में भी कम से कम आयेंगे |
५. अपने सभी वाहनों की दशा ठीक बनाये रखें एवं उनकी सर्विस इत्यादि समय समय पर कराते रहे |
६. अपने वाहन को एक ही जगह पर ज्यादा देर तक चालू कर खड़े न रखें |
७. वाहनों में तेल भरते वक़्त ध्यान रखें की तेल छलके या गिरे नहीं |
८. डिशवाशर एवं वाशिंग मशीन इत्यादि को पूरा भर जाने पर ही उपयोग करें |
९. दीवारें रंगने के लिए केवल वाटर बेस्ड पेंट्स का या फिर ‘लो वीओसी’ पेंट्स का उपयोग करें |
१०. सफाई हेतु केवल पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का ही प्रयोग करें |