नई दिल्ली। बीसीसीआई की विशेष आम सभा (एसजीएम) देश की राजधानी में एक दिसंबर को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में तीन मुख्य एजेंडों पर चर्चा होगी, जिनमें 2019 से 2023 तक की अवधि के दौरान भारतीय टीम के भविष्य के दौरों के कार्यक्रम (एफटीपी) भी शामिल है। उम्मीद है कि भारत 2019 की शुरुआत में न्यूजीलैंड का दौरा करेगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पांच साल की अवधि में पाकिस्तान के खिलाफ किसी सीरीज को जगह दी जाती है या नहीं। प्रशासकों की समिति (सीओए) के आदेश पर कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) की बहाली और आइपीएल की पूर्व फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल के मुआवजे के दावे पर चर्चा को भी इस एजेंडे में रखा है। खन्ना ने कहा, ‘हमने संबद्ध इकाइयों के सभी पदाधिकारियों की उपलब्धता की जांच की और एक दिसंबर का दिन तय किया इसलिए मैंने कार्यवाहक सचिव को एक नोटिस जारी करने को कहा। एसजीएम वह मंच होगा जिसमें कोच्चि टस्कर्स के 850 करोड़ रुपये के मुआवजे के दावे पर चर्चा की जाएगी। आइपीएल गवर्निग काउंसिल ने कुछ दिन पहले इस मुद्दे पर चर्चा की थी और उसका मानना था कि जुर्माने का भुगतान किए बिना इस इससे बाहर निकलना संभव नहीं होगा। कोच्चि फ्रेंचाइजी को बीसीसीआई ने अनुबंध का उल्लंघन करने पर बर्खास्त कर दिया था, लेकिन विवेचना समिति ने बर्खास्तगी को गैरकानूनी करार देकर फ्रेंचाइजी के पक्ष में फैसला सुनाया था।
अस्थायी तौर पर बढ़ेगा प्रसाद और साथियों का कार्यकाल
एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली तीन सदस्यीय चयन समिति को बीसीसीआई ने अगली वार्षिक आम सभा (एजीएम) तक अतिरिक्त समय देने का फैसला किया है। प्रसाद और उनके साथियों का कार्यकाल अस्थायी तौर पर बढ़ाया गया है क्योंकि एजीएम की तिथि अभी तय नहीं हुई है। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘हां, सीनियर राष्ट्रीय चयनसमिति का कार्यकाल अस्थायी तौर पर बढ़ाया गया है। अभी इनके कार्यकाल के समय की अवधि नहीं है, क्योंकि कोई नहीं जानता कि एजीएम कब होगी। आमतौर पर चयनकर्ताओं के अनुबंध का हर साल नवीनीकरण होता है। इसकी शुरुआत किसी भी वर्ष एक सितंबर को और समापन 31 अगस्त को होता है। हालांकि, इस समय में जबकि प्रशासकों की की समिति ने कमान संभाल रखी है।