उच्च रक्तचाप और योग

नितिन कुमार ’हिन्दुस्तानी’ विशेष संवाददाता आई सी एन

लखनऊ। 21 वीं सदी के वर्तमान परिवेष में मानव जाति में उच्च रक्तचाप एक गंम्भीर व अधितर जनमानस की समस्या बनती जा रही है। जिसके कारण मानव को हार्ट फेल्योर कोरीनरी हार्ट डिजीज एवं किडनी फेल्योर आदि अन्य भयानक समस्याये उत्पन्न हो रही है। अनियंत्रित जीवन शैली के कारण आज ज्यादातर लोग उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रसित है। उच्च रक्तचाप अग्र कारणो से व्यक्ति में होती है।

 छोटी-छोटी बातों पे तनाव लेना।
 आवष्यकता से अधिक मोटा होना।
 बढ़ती उम्र के कारण।
 नमक का अत्यधिक सेवन करना।
 हार्मोन की कमी के कारण।
 नर्वस सिस्टम की गतिविधियों में असंतुलन होना।
 आनुवंशिक

योग हमारे शरीर व मन को सकारत्मक उर्जा प्रदान करता है जो हमारे जीवन में नयी ख़ुशी लाता है। उच्च रक्तचाप को कम करने में योग एक सकारात्मक साधन के रूप में है। योगाभ्यास से हमारा उच्च रक्तचाप नियंत्रित रहता है। वे हमारे तनाव को दूर करने में मदद करता है।

अग्र प्रकार के नियमित योगाभ्यास से उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक होगे।

 सुखासन
 पष्चिमोत्तानासन
 षवासन
 अर्ध-हलासन
 सेतु बन्धासन
 षिषु आसन
 वज्रासन
 सुप्त वज्रासन
 भ्रामरी प्राणायाम
 योग निद्रा

उपरोक्त नियमित योगाभ्यास करने के साथ अपने आहार प्रबन्धन व जीवनशैली में सकारात्मक सुधार से हम उच्च रक्तचाप जैसी समस्या से हमें निजात मिल सकती है।

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