लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस के पास सरकार द्वारा तय किये गए मानक के अनुसार आवश्यक पुलिस थानों में मात्र 50 प्रतिशत थाने ही हैं। यह तथ्य आरटीआई के तहत डीजीपी कार्यालय द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी में सामने आए हैं। यह सूचना आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा मांगी की आरटीआई के तहत मिली।
पुलिस कमीशन की ओर से वर्ष 1960-61 में की गयी संस्तुति के आधार पर
सरकार ने पुलिस थानों के लिए मानक तय किया गया था। जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 75,000 तथा शहरी क्षेत्रों में 50,000 की आबादी पर 01 पुलिस थाने होने चाहिए। उस वक्त तत्कालीन एडीजी अपराध अभय कुमार प्रसाद, आईजी रूल्स एवं मैन्युअल अमिताभ ठाकुर, आईजी एटीएस असीम अरूम तथा आईजी पीएचक्यू पी के मिश्र की समिति ने पाया था कि 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 2037 थानों की जरुरत है जबकि मात्र 1034 उपलब्ध हैं और 1003 की कमी है। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में कुल 854 थानों की जरुरत है जबकि मात्र 429 उपलब्ध हैं। इस प्रकार पूरे राज्य में 2891 थानों की जगह मात्र 1463 उपलब्ध हैं और 1428 थानों की कमी है।
नूतन कहती हैं कि इस समिति द्वारा इस कमी को पूरा करने के लिए प्रत्येक वर्ष 150 नए पुलिस थाने खोलते हुए 10 वर्षों में भरे जाने की संस्तुति की गयी है।