लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस धरती पर कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं हैं। लोगों ने दिव्यांगता को परास्त करते हुए बड़े मुकाम हासिल किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास तथा काम कर रही है। ताकि इनको भी मुख्यधारा में जोड़ा जा सके।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया और दिव्यांग बच्चों से भेंट कर उन्हें सहायक उपकरण वितरित किये। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दुनिया में अपनी शारीरिक और मानसिक दिव्यांगता के कारण प्रकृति की चुनौती से जूझते हुए भी समाज के सामने मानक प्रस्तुत कर रहे हैं, मैं उनके सामर्थ्य और साहस को नमन करता हूं।
योगी ने कहा कि हमें यह बात याद रखनी होगी कि सेवा जीवन का चरम लक्ष्य होता है। दुनिया में सेवा को सभी सम्प्रदायों, मतों और धर्मों ने सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया है। सीएम ने कहा कि सेवा की कोई सौदेबाजी नहीं हो सकती हैं। सेवा को सौदे के साथ जोड़ते हैं तो वो स्वार्थ होता है, यह पतन का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के प्रति समाज का व्यवहार संवेदनशील होना चाहिए। दिव्यांगों से द्वेष न रखें।
सीएम योगी ने दिव्यांगता के कारणों की आरे ध्यान खींचते हुए कहा कि कई ऐसे कारण जिनकी वजह से दिव्यांगता बढ़ी है। समय पर टीकाकरण और सावधानी से दिव्यंग्ता पर कमी की जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने दिव्यांगता को परास्त करते हुए बड़े मुकाम हासिल किए। उन्हांने कहा कि मुझे खुशी है कि उत्तर प्रदेश की अरुणिमा सिन्हा ने जहां ऐवरेस्ट फतह किया। वहीं युवा आईएएस अधिकारी सुभाष एलवाई ने चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित हुई पैरा बैडमिंटन एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया है। उन्होंने कहा कि जब लोगों ने दिव्यांगता को चुनौती मानते हुए उसका सामना किया, उन्होंने सफलता हासिल की। जब व्यक्ति या समाज इसे अभिशाप मानकर चुपचाप बैठ गया तो समस्याएं और बाधाएं उत्पन्न हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें किसी भी तरह की बुराई को अभिशाप नहीं बनने देना है। समाज उनसे जूझते हुए आगे बढ़े क्योंकि भारतीय मान्यता है कि इस धरती पर कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि दिव्यांग कल्याण विभाग ने इस दिशा में अच्छा प्रयास किया है। हमने सरकार में आते ही प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा लेते हुए सबसे पहले विभाग का नाम बदलकर दिव्यांगजन सशक्तीकरण किया और दिव्यांगों की पेंशन 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दी। शादी अनुदान की राशि भी सरकार ने बढ़ाई। सीएम ने कहा कि सरकार सहयोग कर रही है, समाज के लोग भी सहयोगी बनें।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने दिव्यांगजनों को सम्मानित किया। सीएम ने संगीत के क्षेत्र में भगत सिंह यादव व दीपा त्रिपाठी को तो दिव्यांग क्रिकेटर कुलदीप और कोमल जायसवाल को खेल में योगदान के लिए सम्मानित किया। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का पुरस्कार संकेत विद्यालय को दिया गया।