हरेंद्र कुमार (स्पेशल कोरेस्पोंडेंट आई सी एन ग्रुप ), डॉ. रिपुदमन सिंह (स्पेशल कोरेस्पोंडेंट आई सी इन ग्रुप ) भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद
नई दिल्ली | सोयाबीन प्रोटीन से भरपूर और सेहत के लिए अत्यन्त फायदेमंद है |यह प्रोटीन का सबसे सस्ता और सुलभ साधन है | 100 ग्राम सोयाबीन में 43.7 ग्राम प्रोटीन, 20.9 ग्राम कार्बोहइड्रेट, 19.5 ग्राम वसा, 240 मिलीग्राम कैल्शियम, 432 केलोरी, 690 मिलीग्राम, फास्फोरस, 4.6 % खनिज लवण और 11.5% आयरन होता है | इसका प्रोटीन बलवर्धक आवर सुपाच्य होता है | शाकाहारी व्यक्तियो को प्रोटीन की जरुरत सोयाबीन के जरिये आसानी से पूरी की जा सकती है | इसके प्रोटीन में सल्फर अमीनो एसिड के आलावा अन्य सभी आवश्यक अमीनो एसिड प्रायप्त मात्रा में होता है |
भारत में सोयाबीन का उत्पादन लगभग 6 मिलियन टन प्रतिवर्ष है | कुल उत्पादन का 85 % सोयाबीन तेल बनाने के लिए प्रसंस्करित किया जाता है | 10 % बीज के लिए व् केवल 5 % खाने के काम में लिया जाता है | लगभग 3 मिलियन टन सोयाबीन विदेशो में निर्यात हो जाता हैं जिससे लगभग 20,000 मिलियन की आये होती है | विडम्बना यह है की भारत में इतनी बड़ी संख्या में सोयाबीन का उत्पादन होते हुए भी लोग इसकी पौष्टिकता से वंचित रहते हैं | जिसका मुख्य कारण इससे बनाये जाने वाले पदार्थ की तकनिकी जानकारी का आभाव है
सोयाबीन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक:
पिछले कुछ वर्षो में हुए अनुसंधानों के फलस्वरुप वैज्ञानिक व डॉक्टर इस नतीजे पर पहुंचे है | की सोयाबीन एक अत्यंत उपयोगी खाध है क्योकि यह प्रोटीन का सबसे सस्ता व सुलभ साधन है | अन्य खाध पदार्थो की तूलन में सोयाबीन में प्रोटीन सबसे अधिक पाया जाता है | शाकाहारी लोगो की प्रोटीन की आवश्यकता सोयाबीन के माध्यम से आसानी से पूरी की जा सकती है |
सोयाबीन तेल में पाँलीअनसैचुरेटेड वासा अम्ल होता हैं | जो की एंटी कोलेस्ट्रोल है अतः यह हृदय व मधुमेह के रोगियों के लिए लाभप्रद है | यह गर्भवती महिलाओँ व दूध पिलाने वाली माताओ के लिए भी फायदेमन्द है | यह प्रौढं महिलाओ में होने वाले मौनोपाँस की समस्या से छुटकारा दिलाता है और कैंसर की संभावना को कम करता हैं |
सोयाबीन के पानी व हवा से क्रिया करने पर लिप ऑक्सीजेन्स एन्जाइम बनता है, जो की अजीब गंध देता है | इसलिए सोयाबीन को पीसते समय गर्म पानी के प्रयोग से लिप ऑक्सीजन एन्जाइम को निष्क्रिय किया जा सकता है | इससे दूध के फ्लेवर पर फर्क पड़ता है | सोयाबीन को भिगोते वक्त दही के प्रयोग से भी इस गंध को मिटाया जा सकता है | यह भोजन की पाचन क्रिया में अवरोधक होता है, क्योकि यह शरीर में विधमान टिप्सिन एन्जाइम की क्रिया को काम करता है | इसलिए सोयाबीन को हमेशा प्रसंस्करित करके ही प्रयोग में लें | अतः निश्चित मात्रा से अधिक सोयाबीन का सेवन स्वास्थय के लिए अधिक लाभप्रद नहीं है |
यह मधुमेह, स्तन कैंसर, ब्लड प्रेशर, मैनोपानस व अन्य हृदय की बीमारियां की सम्भावना को कम करता है | भोजन की पाचन क्रिया को कम करता है | यह शरीर में विधमान टिपसीन एन्जाइम की क्रिया को कम करता है | प्रोटीन का सस्ता स्त्रोत होना के कारण यह बढंते बच्चों की प्रोटीन की जरुरत को आसानी से पूरा करता है |
100 ग्राम सोयाबीन में जितना प्रोटीन होता है उतना प्रोटीन प्राप्त करने के लिए 1200 ग्राम दूध या 200 ग्राम बादाम या 350-400 ग्राम गेहूँ या 500-600 ग्राम चावल या 8 अंडे की आवश्यकता पड़ेगी | लेसिथीन पदार्थ के कारण यह मस्तिष्क के ज्ञान तंतुओ को सक्रिय करता हैं | इसे हमेशा प्रसंस्करित करेके ही इस्तेमाल करें तथा इसका प्रयोग रोजाना पार्टी व्यक्ति 25 ग्राम से अधिक नहीं करें |
निश्चित मात्रा से अधिक और बिना प्रसंस्करित सोयाबीन का सेवन सेहत के लिए फायदे मंत नहीं है | यह गर्भस्थ शिशु के अंगो के विकास में मददगार होता है और दूध पिलाने वाली माताओं की कैल्शियम की जरुरत की पूर्ति करता है | महिलाओं में होने वाली मैनोपॉज की समस्या से छुटकारा मिलता है | इसमें कैंसर रोधी तत्व लेनेस्टीन पाया जाता है, इसीलिए इसकी नियमित सेवन से स्तन कैंसर की आशंका काम होती है | 85 % असंतृप्त वसीय के कारण यह हृदय की नालियों में
क्लोस्ट्रोल जमने नहीं देता है | शर्करा की मात्रा नहीं होने से मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है | फाइटो स्ट्रोजन हार्मोन के कारण यह प्रोस्टेट रोधी की तरह काम करता है | इसके नियमित सेवन से बुढ़ापे को दूर रखा जा सकता है | सोयाबीन से दूध, दही, पनीर, श्रीखण्ड, दलीया, चपाती, पूरी, हलवा, लड्ड़ू, बिस्किट, गुलाब जामुन , मगोड़ी, पकड़ी , साँस,सब्जी, जलेबी, ढोकला, खाखरा, सतु, आदि व्यंजन बनाये जाते है
सोयाबीन के प्रसंस्करित उत्पाद :
- सोयाबीन का दूध सोयाबीन पनीर
- सोयाबीन आटा सोयाबीन का दलिया
- सोयाबीन के गुलाबजामुन सोयाबीन के बिस्किट
- सोयाबीन की सब्जी सोयाबीन की पकड़ी
- सोयाबीन की बड़ी / मगोडी सोयाबीन का हलवा सोयाबीन के लड्डू