नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि भारत और माली के बीच आतंकवाद और कट्टरता साझा चुनौतियां हैं। उपराष्ट्रपति ने इन खतरों से निपटने के लिए अधिक से अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की अपील की। राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, उपराष्ट्रपति और माली से आए प्रतिनिधिमंडल के नेता अब्देरहमान निआंग ने यहां एक बैठक की और आतंकवाद और कट्टरता की साझा चुनौतियों के बारे में परस्पर चिंताओं को साझा किया। निआंग माली की हाईकोर्ट आफ जस्टिस के अध्यक्ष और सांसद हैं।नायडू ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन समझौते को मान्यता देने के लिए माली सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अफ्रीकी देश के राष्ट्रपति अप्रैल 2018 में भारत में होने वाले सौर गठबंधन के पहले सम्मेलन में शामिल होंगे।दोनों नेताओं ने ऊर्जा, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और बुनियादी ढांचा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
भारत और माली के लिये आतंकवाद और कट्टरता साझा चुनौतियां: उपराष्ट्रपति
