परीक्षा के तनाव से छुटकारा कैसे पायें

डॉ संजय श्रीवास्तव साइकोलोजिकल काउंसलर & असिस्टेंट एडिटर-आई सी एन ग्रुप   

लखनऊ। दोस्तों अब हमारे बच्चों की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं और विद्यार्थियों के साथ साथ उनके माता पिता एवं शिक्षकगण भी बहुत तनाव महसूस कर रहे होंगे |दोस्तों आप सभी परीक्षा के कारण उत्पन्न होने वाले तनाव तथा उस तनाव के कारण होने वाली असफलता के चलते बाद में या परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों द्वारा की नादानियों की वजह से  विद्यार्थी या उसकी वजह से पूरे परिवार को मानसिक एवं शारीरिक पीड़ा से गुजरना पड़ता है एवं उस उससे जो भी क्षति होती है | उससे तो आप सभी भली भांति परिचित होंगे |

आइये अब हम उन विषय या बातो पर चर्चा करेंगे जिसको ध्यान में रखने से और उन बातो पर अमल करने मात्र से हम अपने जीवन में आने वाली हर परीक्षा में बेहतर से बेहतर परिणाम हासिल कर  सकते हैं |

१.पढाई को योजनाबद्ध तरीके से करना :- दोस्तों किसी भी कार्य को करने से पहले अगर उस कार्य को योजनाबद्ध तरीके से करने से उस कार्य के सफल होने के मौके कई गुना बढ़ जाते हैं |तो दोस्तों पढाई शुरू करने के पहले अब उसके लिये पूरी  योजना बना लेनी चाहिए | जैसे आप आज की तारिख नोट कर ले और अब देखे के परीक्षा के शुरू होने में कितने दिन बाकी रह गए हैं | अब उसके हिसाब से अपने २४ घंटो को विभाजित कर ले | २४ घंटो में ८ घंटे आप अपने सोने के लिए निकल दीजिये और अगर २ घंटे आप नित्य के काम जैसे नहाना धोना और रोज के काम  तब भी आपके पास रोज़ पढाई के लिए करीब १२ घंटे मिलेंगे | अब मान लीजिये की अब आपके पास सिर्फ ६० दिन बाकी हैं | जिसमे से आप के पास काम करने वाले घंटे हैं (६० दिन गुणा १२ घंटे ) यानि के अब आप के पास पढाई करने के लिए ७२० घंटे शेष हैं | तो अगर आप के पास ६ विषय भी है तो आप प्रत्येक विषय को औसतन १२० घंटे हैं |  अगर आप इसे घ्यान से देखे तो ये समय आपको किसी भी विषय में अच्छे अंक लाने के लिए पर्याप्त है | तो दोस्तों आप आज से ही इस योजना पर काम कर सकते हैं |

२.विषय के लिए समय सारणी बनाएं :- आप नियमित अपने प्रत्येक विषय के लिए समय सारणी बनाये | एक बार में पूरा एक विषय पढ़ना बोझिल होता है | इसलिए अगर आप प्रत्येक दिन प्रत्येक विषय को बराबर समय दे | इन विषयों को आप अपने सहूलियत के हिसाब से घंटो में बाँट सकते हैं | जैसे जिस विषय में आप को कम जानकारी है ,उस विषय को ज्यादा समय दे और जिस विषय में आप को अच्छी जानकारी है उसे आप कम समय दे के भी उस विषय में निपुणता हासिल कर सकते हैं |

३.अनुशासन का कठोरता से पालन करें :- मित्रो मैंने अपने लेख में पहले ही लिखा है कि अगर आपको जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है तो बिना अनुशासन के आप सफल नही हो सकते | सिर्फ जानकारी हासिल कर लेने भर से हम सफल नही हो सकते जब तक उस ज्ञान को हम अपने आचरण में नही लायेंगे | हम अगर सफल व्यक्तियों के बारे में पढ़ेंगे तो पाएंगे के उनकी  सफलता में बहुत बड़ा योगदान उनके ज्ञान के साथ साथ उनके जीवन में अनुशासन का कठोरता का पालन करने का भी है | तो मित्रो अपनी पढाई की योजना को जब तक आप अपने व्यवहार में नही लायेंगे तब तक इस लेख में दी गई जानकारी को हासिल करने का कोई लाभ नही है | तो दोस्तों अपने पढ़ाई की योजना को , अपने विषयों की समय सारणी को आपको अपने व्यव्हार में कठोरता से शामिल करना होगा और इसके साथ ही साथ अपने ज्ञान को समय समय पर ध्यान देना होगा की जो भी आप पढ़ रहे हैं | वो सही साबित हो रहा है की नही यानि वो ज्ञान सच में आपको हासिल भी हो रहा है कि नही |  

४.कठिन विषय पहले चुनें :- मेरे प्यारे विद्यार्थियों आप सभी के द्वारा अक्सर मैं एक गलती होते हुए देखता हूँ कि जो भी विषय आप को कठिन लगता है | आप सभी उस विषय से दूर भागने की कोशिश करते हैं | ये बात बिलकुल गलत है क्यों के ऐसा नही है कि परीक्षा में उस विषय के बारे में पूछा न जाये | दोस्तों हमे कोई भी विषय कठिन लगने की वैसे तो बहुत वजहें हो सकती हैं लेकिन दो वजहें मुख्य हैं |  

१.पहली वजह है कि हमे उस विषय में रूचि न हो क्योकि जब हमे किसी विषय में रूचि होगी तो हमे उस विषय के प्रति रुझान होगा और जब हमे किसी विषय के प्रति रुझान होता है तो वह विषय हमे आसानी से समझ आता है | उदहारण के लिए जो गीत हमे ज्यादा पसंद होते हैं , उनके गीत के शब्द हमे जल्दी याद होते हैं |

२.दूसरी  वजह है कि जो विषय हमारे लिए कठिन हो रहा है वह हमारे आई .क्यू के स्तर से उपर हो | तब हमे ऐसे समय में अपनी आई.क्यू. का स्तर ऊँचा करने की जरुरत है | हमे अपनी आई.क्यू. के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयासरत होना चाहिए |

वैसे दोस्तों जहा तक मेरे अनुभव की बात है तो ज्यादातर मामलो में मैंने अक्सर विद्यार्थियों में पहली वजह का होना पाया है | तो दोस्तों आप अपने उस कठिन विषय की विशेषताओं को पहचाने और उस विषय पर विशेष कार्य करके उसमे पारंगत हो |

५.ध्यान केन्द्रित करने की शक्ति को बढ़ाना :- दोस्तों अक्सर मेरे पास आने वाले वाले विद्यार्थियों को यही शिकायत रहती है कि वे पढ़ते समय अपने विषय पर बहुत अच्छे से या देर तक ध्यान नही लगा पाते हैं | मेरा सुझाव ऐसे विद्यार्थियों के लिए यही होता है कि किसी भी विषय में या पढ़ाई में ध्यान को लगाने के लिए कुछ बातों की जानकारी होना अति आवश्यक है | हम उन बातो को अमल में ला कर अपने ध्यान केंद्र करने की क्षमता को काफी हद तक बड़ा सकते है | जैसे :- (अ) हमे नित्य प्रति या रोजाना एक ही जगह और एक ही समय पर पढाई का नियम बनाना चाहिए | (ब) पढाई करते समय हमे जो भी वस्तुए पढ़ाई से दूर ले जाती हो उन्हें बंद कर देना चाहिए जैसे :-टी.वी.,मोबाइल ,कम्प्यूटर आदि | (स) पढाई करते समय अपने पारिवारिक सदस्यों को बता दें कि वे आप को डिस्टर्ब न करें | अगर पढ़ाई के समय किसी मित्र या पड़ोसी का बुलावा आता है तो नम्रता से उन्हें बाद में आने को बोल दें |

  

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