पर्यटन बढ़ाने की फिराक में उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग

उत्तर कोरिया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा कई प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन कमाई के लिए देश में पर्यटन बढ़ाने की योजना बना रहा है। इसके जरिये वह विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने की फिराक में है। वह तटीय शहर वोनसान की इमारतों को गिराकर गगनचुंबी इमारतें, एक्वेरियम, होटल समेत अन्य पर्यटन स्थल बनाने जा रहा है। स्पेन के पर्यटन स्थलों से आइडिया लेने के लिए वह वहां अधिकारियों को भी भेज चुका है। हालांकि वोनसान में परमाणु मिसाइल परीक्षण क्षेत्र भी होने से वहां पर्यटकों के जाने पर आशंकाएं भी व्यक्त की जा रही हैं।  विवरण पुस्तिका के अनुसार किम उत्तर कोरिया में आने वाले पर्यटकों की संख्या सालाना 10 लाख से एक करोड़ करना चाहता है। उत्तर कोरिया को पर्यटन से सालाना 4.4 करोड़ डॉलर की कमाई होती है। यह उसकी जीडीपी का 0.8 फीसद है। वहां सर्वाधिक चीनी पर्यटक जाते हैं। वोनसान स्पेशल टूरिस्ट जोन नामक इस योजना की घोषणा उत्तर कोरिया ने 2014 में की थी। 2015 और 2016 में वोनसान जोन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने 160 से अधिक पेज की 30 विवरण पुस्तिकाएं भी जारी की थी। इनमें 140 ऐतिहासिक महत्व वाली इमारतें, दस रेतीले समुद्र बीच, पर्यटकों के आकर्षण के 680 स्थान, प्राकृतिक झील, रिसॉर्ट समेत अन्य स्थान बनाना शामिल था। लेकिन अभी तक नए एयरपोर्ट और स्कीइंग केंद्र के अलावा यह योजना मूर्तरूप नहीं ले सकी। उत्तर कोरिया ने वोनसान में गोल्फ कोर्स, डिपार्टमेंटल स्टोर और सिटी सेंटर जैसे पर्यटन स्थल बनाने के लिए विदेशी निवेशकों को भी न्योता दिया है। उसके मुताबिक शहर में 1.5 अरब डॉलर तक निवेश के अच्छे उद्यम स्थापित किए जा सकते हैं। 2015 में दो सौ लोगों को क्षेत्र भी दिखाया गया।

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