वॉशिंगटन। अमेरिका के होलोकॉस्ट स्मारक संग्रहालय ने म्यांमार की नेता आग सान सू ची पर रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ चल रहे जातीय संघर्ष को रोकने के लिए कम प्रयास करने का आरोप लगाते हुए, उन्हें दिया गया प्रतिष्ठित मानवाधिकार सम्मान वापस ले लिया है। देश की सैन्य तानाशाही के खिलाफ अपने लंबे संघर्ष के कारण 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली सू ची को ‘साहसी नेतृत्व और निरंकुशता का विरोध करने के दौरान व्यक्तिगत बलिदान देने, बर्मा के लोगों की आजादी तथा सम्मान के लिए लडऩे के लिए छह साल पहले होलोकॉस्ट म्यूजियम एली विसेल पुरस्कार दिया गया था। लेकिन संग्राहलय का कहना है कि म्यांमार की सेना द्वारा रोहिंग्या समुदाय के लोगों के खिलाफ ‘नरसंहार के बढ़ते साक्ष्यों के कारण वह सू ची को दिया सम्मान वापस ले रहा है। संग्रहालय ने सू ची को भेजे पत्र में कहा है कि सभी की भांती उन्होंने ने भी रोहिंग्या मामले में सू ची से कार्रवाई की आशा की थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यहां तक कि उनके राजनीतिक दल ने संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं के साथ सहयोग करने से भी मना कर दिया।
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