नई दिल्ली। अपनी 130 साल पुरानी परंपरा को बदलते हुए कोका कोला ने अपने पहले एल्कोहलिक ड्रिंक को लॉन्च करने की घोषणा की है। यह जापानी ड्रिंक जिसे चू-ही (जौ व आलू के फर्मेंनटेशन से बना हुआ ड्रिंक) कहा जाता है के जैसा ही होगा जो कि आसुत जापानी पेय सोचु से बना हुआ होगा। दिलचस्प बात यह है कि कोका कोला कंपनी का इरादा दवा को पेटेंट कराने का था जिसे 19वीं शताब्दी में जॉन पेंबर्टन ने खोजा था। आज भी इस जाने माने पेय को एक ट्रेड सीक्रेट माना जाता है। आपको बता दें कि कोक के उत्पाद करीब 200 देशों में बेचे जाते हैं और एक अनुमान के मुताबिक करीब 1.8 बिलियन लोग हर रोज कोक पीते हैं। विशेष रूप से अरबपति निवेशक वॉरेन बफेट, जो कि अपनी फर्म बर्कशायर हैथवे के जरिये कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी रखते हैं, भी इस पेय के एक उपभोक्ता हैं। बीते साल हुई बर्कशायर हैथवे की सालाना बैठक में वॉरेन बफेट ने अपने सहयोगियों से मजाक में कहा था कि यह संभव है कि उनका शरीर एक-चौथाई कोक से बना हुआ हो। बफेट ने कहा कि वो कोका-कोला से प्रति दिन 750 कैलोरी प्राप्त करते हैं, इसका मतलब यह है कि वो दिन में कोक के 5 केन का उपभोग करते हैं। हम अपनी इस खबर में आपको इससे जुड़ी 3 प्रमुख बातें बताने जा रहे हैं…. 130 साल में लॉन्च करेगी पहला एल्कोहलिक ड्रिंक: कोक ने बीते कुछ सालों के दौरान समय समय पर डाइट कोक के काफी सारे वेरियंट पेश किए हैं। इसमें कैफीन फ्री कोका कोला, कोका कोला जीरो सुगर और कोका कोला चेरी इत्यादि शामिल हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोका कोला अपने 130 सालों के इतिहास में किसी एल्कोहलिक ड्रिंक को पेश करेगी। माना जा रहा है कि यह कोका कोला के इतिहास में एल अलग बात होगी। चू-ही की तर्ज पर बनने वाला यह पेय सिर्फ जापान के लिए होगा: कोका कोला इस समय एल्कोहलिक पेय चू-ही पर काम कर रही है जो कि जापानी पेय सोचु, पानी और मसाले का बना हुआ होगा। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक यह ड्रिंक सिर्फ जापान के लिए ही लॉन्च होगा। कोका कोला जापान के बिजनेस हैड जॉर्ज गॉर्डुनों ने बताया कि यह कोक के बाजार के लिहाज से मामूली सा प्रयोग है। अपने मुख्य क्षेत्र से इतर प्रयोग: जॉर्ज गॉर्डुनों का कहना है कि कोक अब नॉन-एल्कोहलिक पेय पदार्थों के अपने प्रमुख क्षेत्रों के बाहर प्रयोग करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम इससे पहले लो-एल्कोहलिक कैटेगरी में काम कर चुके हैं, लेकिन यह एक उदाहरण है जो कि बताता है कि हम नई संभावनाओ की भी तलाश कर रहे हैं।
Related posts
-
मानव -उत्थान बना जिनका दिव्य युग-धर्म
चन्द्रकान्त पाराशर (वरिष्ठ एसोसिएट एडिटर) ICN GROUP खनेरी,शिमला हिल्स: ऋषि -सत्ताओं की विशेष कृपा का पात्र... -
गुड पेरेंटिंग: आज और भविष्य की ज़रूरत
डॉ. प्रांजल अग्रवाल, डिप्टी एडिटर-ICN लखनऊ। भौतिकता के इस दौर में, मकान हो या मोटर कार, क्रेडिट... -
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: उच्च रक्तचाप और योग
नितिन कुमार ’हिन्दुस्तानी’ 21 वीं सदी के वर्तमान परिवेष में मानव जाति में उच्च रक्तचाप एक...