मुंबई : अथर्व फाउंडेशन द्वारा अथर्व इंस्टीट्यूटस ऑफ़ फ़िल्म एंड टेलिविज़न और पॉकेट फ़िल्म्स के सहयोग से देशभक्ति विषय पर केंद्रित अथर्व शार्ट फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन किया। फ़िल्म महोत्सव के अवार्ड वितरण समारोह में अभिनेत्री निहारिका रायज़ादा , श्री सुनील राणे , कर्नल सुधीर राजे ( रिटायर्ड ) ने विजेताओं को पुरस्कार दिया साथ ही उनके प्रयास की सराहना भी की।
अथर्व शार्ट फ़िल्म फेस्टिवल में फिल्में देश भर से ३ से २० मिनट्स की अवधि की कुल १५० फ़िल्म प्रविष्टियों चुनी गयी थी जिसमें से कुल १० फ़िल्मो को विभिन्न वर्गों में अवार्ड और नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। फिल्म मुक्ति के लिए मनु चौबे ( सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म ) , फिल्म ऊना : एन अनटोल्ड स्टोरी के लिए रम्मी श्रीवास्तव ( सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म फ़स्ट रनरअप ) , फ़िल्म शांतिकाल के लिए वासुदेव राणे ( सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म सेकण्ड रनरअप ) के विजेताओं को क्रमशः १ लाख , पचास हज़ार और पच्चीस हज़ार की नगद राशि एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। स्वर्गीय जसपाल भट्टी जी की फिल्म स्टोरी ऑफ़ अ स्टोरी ( सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले ), सुजय पवार को फ़िल्म ऊना : एन अनटोल्ड स्टोरी के लिए सर्वश्रेष्ठ सैनेमाटोग्राफर , वासुदेव राणे को फ़िल्म शांतिकाल के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक , अलरुफ़िआन को फ़िल्म उतथीरम के लिए सर्वश्रेष्ठ बैकग्राऊँड स्कोर , मिहिर भद्रा को फिल्म फ़रक के लिए सर्वश्रेष्ठ एडिटर , अभिनेता यशपाल शर्मा को कैप्टन रक्का की भुमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ मेल एक्टर और तनिष्का वाघमरे को पीहू के भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ फ़ीमेल एक्टर का पुरस्कार दिया गया।
अथर्व फाउण्डेशन द्वारा बहादुर एवं शहीद सैनिकों के सम्मान के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही वन फॉर ऑल , ऑल फ़ॉर वन एक महत्वपूर्ण आयोज़न था जिसमें खेल , सामाजिक सरोकार , सिनेमा और राजनीति की दुनियाँ के दिग्गज़ लोगो ने एक मंच से देश के असली हीरोज़ के जज़्बे को सलाम किया गया। अथर्व फाउण्डेशन ने देश के सैनिकों के कल्याण के लिए इस अंतर्राष्ट्रीय महिला पर ” 100 कम्प्यूटर्स , 100 डॉटर्स , 100 डेज ” कार्यक्रम की शुरुवात जिसका लक्ष्य शहीद और बहादुर सैनिकों की लडकियों को आधुनिक तकनिकी शिक्षा उपलब्ध कराना है।
अथर्व शार्ट फ़िल्म फेस्टिवल के सफ़ल आयोज़न क़े अवसर पर सुनील राणे , चेयरमैन , अथर्व फाउंडेशन ने कहाकि ” यह हमेशा देखा गयाहैकि फ़िल्मे जनमानस पर अपना प्रभाव छोड़ती है चाहें वह सामाजिक कल्याण का सन्देश हो या राष्टप्रेम की भावना का संचार फिल्मे समाज के सभी वर्ग के लोगो तक प्रभावशाली तरीक़े असर डालती है।
फिल्म महोत्सव के लिए बनायीं गयी फिल्मे युवाओ को सिर्फ प्रेरित ही नहीं करेंगी साथ ही देश के प्रति सम्मान और प्रेम बढ़ायेंगी। आज देश का युवा सेना में अपनी सेवायें देने के लिए तैयार है निश्चित रूप से दर्शकों को भी फिल्मे पसन्द आयी होंगी।
इस अवसर पर अभिनेत्री निहारिका रायज़ादा ने कहाकि ” अथर्व फाउंडेशन द्वारा देशभक्ति थीम पर आधारित शार्ट फ़िल्म फ़ेस्टिवल का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है देशभक्ति की भावना से बनायीं गयी फ़िल्मों से हम गौरवान्वित है। आज शॉर्ट फ़िल्मो के दर्शक बढ़ रहे है देशभक्ति आधारित फ़िल्मो में सामाजिक कल्याण , किसानों की कड़ी मेनहत और समस्याएं , भारत देश की कला एवं संस्कृति सहित मनोरजन भी महत्पूर्ण विषय देखने को मिलते है