नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने गुरुवार को अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक के बाद नीतिगत दरों का ऐलान कर दिया है। आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति की दो दिवसीय बैठक में आज रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।आरबीआई ने क्रेडिट पॉलिसी में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
आरबीआई ने रेपो रेट 6 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी पर बरकरार रखा है। कैश रिजर्व रेश्यो यानि सीआरआर भी 4 फीसदी पर बरकरार रहेगी। मौद्रिक नीति समिति बैठक के बाद ये फैसला लिया गया।
आरबीआई ने एसएलआर 0.5 फीसदी घटाकर 19.5 फीसदी किया है। बैंक के इस कदम से सस्ते कर्ज का इंतजार और लंबा हो गया है।बजट 2018 19 में किसानों को उनकी लागत पर 50 फीसदी मुनाफा देने की बात कही गई है। खरीएफ की फसल की एमएसपी तय करते समय सरकार यह फायदा देने की बात कही है।कमेटी का मानना है कि इसका असर महंगाई पर पड़ सकता है।
रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2018- 19 के लिए उपभोक्ता मूल्य सुचकांक पर आधारित महंगाई दर का अनुमान में संशोधन किया है। इसके तहत 2018- 19 की पहली छामाही में महंगाई की अनुमानित दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी रह सकती है जबकि दूसरी छमाही में महंगाई की दर 4.4 फीसदी रहने का अनुमान है।कमेटी के मुताबिक विभिन्न राज्य सरकारों ने एचआरए बढ़ाया है। इससे भी महंगाई बढ़ सकती है।