बेटियां किसी मामले में बेटों से कम नहीं

दिनेश ल्वेशाली, स्पेशल कोरेस्पोंडेंट, ICN-उत्तराखंड  
त्रितिक्षा स्वयं 5 बार ताइक्वांडो में राष्ट्रीय स्तर पर पुरुस्कार प्राप्त कर चुकी हैं जिसमें एक बार स्वर्ण,2 बार रजत और 2 बार कांस्य पदक प्राप्त कर चुकी हैं।
बेटियाँ किसी मामले में बेटों से कम नहीं ये कर दिखाया है हल्द्वानी निवासी पीयूष कपिल और सोनिका कपिल की पुत्री त्रितिक्षा कपिल ने जिन्हें नैनीताल जिले से नामित किया गया है तीलू रौतेली पुरुस्कार के लिए। त्रितिक्षा सहित उत्तराखंड की 13 बालिकाओं को ये पुरुस्कार दिया जाना है।त्रितिक्षा बचपन से ही बड़ी होनहार रही हैं। त्रितिक्षा कपिल 8 बार ताइक्वांडो प्रतियोगिता में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। त्रितिक्षा स्वयं 5 बार ताइक्वांडो में राष्ट्रीय स्तर पर पुरुस्कार प्राप्त कर चुकी हैं जिसमें एक बार स्वर्ण,2 बार रजत और 2 बार कांस्य पदक प्राप्त कर चुकी हैं। त्रितिक्षा को इससे पूर्व भी उत्तराखंड सरकार द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। त्रितिक्षा के कोच कमलेश तिवारी हैं जो त्रितिक्षा को इस पुरस्कार मिलने के बाद बेहद खुश हैं और बताते हैं कि त्रितिक्षा एक काफी होनहार और मेहनती बच्ची है। पढ़ाई के साथ साथ त्रितिक्षा एक होनहार छात्रा भी हैं। इसके साथ ही साथ विद्यालय में सांस्कृतिक प्रतियोगिता में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं। अभी त्रितिक्षा कक्षा 12 में आर्यमान बिड़ला स्कूल,हल्द्वानी की छात्रा हैं। त्रितिक्षा नें ये पुरुस्कार पाकर अपने शहर हल्द्वानी का नाम रोशन किया है। त्रितिक्षा अपने नानाजी स्वर्गीय नारायण सिंह बिष्ट को अपना आदर्श मानती है।इतनी सारी गुणों की खजान त्रितिक्षा नें ये साबित किया है कि बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं।

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