एटीएस ने दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े 3 संदिग्धों को किया अरेस्ट, मुंबई में आत्मघाती हमले की साजिश नाकाम

मुंबई। महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए तीन संदिग्ध आतंकियों को पालघर और पुणे से गिरफ्तार किया है।पकड़े गए आतंकी दक्षिणपंथी हिंदू संगठन के सदस्य बताए जा रहे हैं।एटीएस का दावा है कि ये संदिग्ध महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। एटीएस ने इनके पास से देसी बम सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की है।मुंबई से सटे नालासोपारा के रहने वाले 40 साल के वैभव राउत के घर पर एटीएस की टीम ने गुरुवार देर रात को छापेमारी की।यहां विस्फोटक सामग्री जब्त करने के साथ वैभव राउत और 25 वर्षीय शरद कालस्कर को गिरफ्तार किया गया।उनसे पूछताछ के बाद पुणे में 39 वर्षीय सुधनवा गोंधालेकर को भी गिरफ्तार किया गया।अदालत ने तीनों को 18 अगस्त तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया है।एटीएस के मुताबिक, 7 अगस्त को सूचना मिली थी कि कुछ आतंकी मुंबई, पुणे, सतारा, सोलापुर और नालासोपारा में आत्मघाती हमला कर सकते हैं। एटीएस को संदिग्ध आरोपी का नंबर भी मिला था। उसके आधार पर आरोपी के नालासोपारा स्थित घर और दुकान में छापा मारा गया।नालासोपारा वेस्ट के भंडार आली में राउत के घर और दुकान पर छापे में 20 देसी बम, दो जिलेटिन छड़, 22 नॉन इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, 150 ग्राम विस्फोटक पाउडर, जहर की दो बोतल, बैटरी आदि सामान मिले हैं।जब्त सामग्री फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेजी गई है।एटीएस प्रमुख अतुलचंद्र कुलकर्णी ने कहा, ‘राज्य में कुछ स्थानों पर गड़बड़ी फैलाने की साजिश के बारे में सूचना मिलने के बाद एटीएस ने आरोपियों को पकड़ा।हमें यह भी जानकारी मिली थी कि राउत नालासोपारा में कथित तौर पर हिंदू गौवंश रक्षा समिति का संचालन करता है।एटीएस दस्ता जांच कर रहा है कि क्या ये लोग इस महीने बकरीद के पहले कोई आतंकवादी हमला करने की साजिश रच रहे थे।एटीएस ने तीनों को आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), विस्फोटक कानून के प्रावधानों के साथ गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून की धारा 16 (आतंकी कृत्य के लिए सजा), 18 (आतंकी कृत्य के लिए साजिश) और 20 (आतंकवादी गिरोह का सदस्य होना) के तहत गिरफ्तार किया है।

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