विपक्ष के शोर शराबे के बीच अनुपूरक बजट पेश, विधान परिषद् की बैठक मंगलवार तक के लिए स्थगित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की विधान परिषद की कार्यवाही सोमवार को खराब कानून-व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर हुए विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष के हंगामें के चलते सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। हालांकि शोर शराबे के बीच ही नेता सदन डा. दिनेश शर्मा ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 34833.244 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया।इससे पहले सुबह 11 बजे सभापति रमेश यादव के सभापतित्व में उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के नेता वेल में आए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे, जिसके चलते सभापति ने सदन की बैठक आधे घण्टे के लिए स्थागित कर दी। लेकिन खराब कानून-व्यवस्था, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान आदि मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए सपा, बसपा और कांग्रेस के सदस्य सदन में सभापति के आसन के सामने धरने पर बैठ गए। जिसके चलते सभापति ने सदन के स्थगन की अवधि को 12 बजे तक बढ़ा दी। करीब 12ः15 पर सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई, लेकिन पहले से वेल में मौजूद सपा के सदस्ये सरकार विरोधी नारे लगाने  लगे। इसी शोर-शराबे के बीच राज्यपाल की ओर से विधान परिषद् द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के संबंध में दिये गये पत्र को सभापति रमेष यादव ने पढ़कर सुनाया। फिर 12ः20 बजे नेता सदन डा. दिनेश शर्मा ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 34833.244 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया। वहीं प्रमुख सचिव विधान परिषद डा. राजेश सिंह ने 11 अधिनियमों को सदन की मेज पर रखा। इसके बाद शोर शराबे के बीच अनुसूची की सभी मदों को सदन की मेज पर रखा गया। लेकिन विपक्ष का शोर शराबा नहीं थमा, जिसके बाद सदन की बैठक 28 अगस्त (मंगलवार) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थागित कर दी गई।

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