आज कैलास मानसरोवर के लिए निकलेंगे राहुल गांधी

नई दिल्ली। शिवभक्त माने जाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार से कैलास मानसरोवर की धार्मिक यात्रा पर जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह यात्रा 12 दिनों की होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि राहुल 12 सितंबर को यात्रा से वापस लौटेंगे। राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनावों के दौरान अपने विमान में आई गड़बड़ी के दौरान कैलास मानसरोवर की यात्रा का फैसला किया था। राहुल गांधी की मंदिर, मठों और धार्मिक स्थलों की यात्रा की सॉफ्ट हिंदुत्व का नाम दिया जा रहा है। वहीं, बीजेपी ने राहुल की इस यात्रा पर निशाना साधा है। बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा है कि राहुल गांधी को घोषणा करनी होगी कि वह हिंदू हैं तभी यात्रा पर जा पाएंगे।29 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित जन आक्रोश रैली के दौरान राहुल गांधी ने इसकी घोषणा की थी। खुद को शिवभक्त बताते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि वह कर्नाटक जाने के दौरान उनका प्लान अचानक से 8 हजार फीट नीचे गया। राहुल ने कहा, मैं अदंर से हिल गया और लगा कि अब गाड़ी गई। कभी मुझे कैलास मानसरोवर याद आया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कैलास मानसरोवर की यात्रा के लिए लोगों से 10-15 दिन की छुट्टी भी मांगी थी।असल में राहुल गांधी जिस घटना का जिक्र कर रहे थे वह दिल्ली से कर्नाटक के हुबली जाने की थी। बीते 26 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली से कर्नाटक के हुबली जा रहे थे, वह क्रैश से महज 20 सेकेंड दूर था।हिंदू धर्म में कैलास मानसरोवर की यात्रा को काफी पवित्र माना गया है। हालांकि यह यात्रा काफी दुरूह भी समझी जाती है। मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों पर राहुल गांधी की इस यात्रा को सॉफ्ट हिंदुत्व का नाम दिया। बीजेपी ने धार्मिक यात्राओं को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है। बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा, राहुल गांधी कोई महान काम नहीं कर रहे। हर साल 7 से 8 हजार हिंदू वहां जाते हैं। मुझे उम्मीद है कि चीन ने वहां नियम बना रखा है कि केवल हिंदू ही जाएंगे। ऐसे में राहुल गांधी को वहां घोषणा करनी होगी कि वह हिंदू हैं तभी वह जा पाएंगे।

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