Teachers Day 2018: देभभर में मनाया जा रहा है शिक्षक दिवस

भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को टीचर्स डे के रूप में मनाया जाता है। राधाकृषणन एक विद्वान और दार्शनिक होने के साथ-साथ एक महान शिक्षक भी थे।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जब राष्ट्रपति बने थे तो लोगों ने 5 सितंबर को राधाकृष्णन दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया, लेकिन ये राधाकृष्णन जी को पसंद नहीं आया और उन्होंने इस दिन को टीचर्स डे के तौर मनाने का प्रस्ताव रखा। जिसके बाद से ही हर साल 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाने लगा। 1962 में पहली बार भारत में टीचर्स डे मनाया गया। इस मौके पर गूगल ने एनिमेटेड डूडल बनाकर सेलिब्रेट किया है। गूगल ने अपने डूडल में G को ग्लोब के शेप में बनाया है जो घूमकर कर टीचर का रूप ले लेता है, ये दिन अपने गुरुओं और शिक्षकों के प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करने के लिए होता है। इस दिन ज्यादातर स्कूलों में छात्र एक अपने श‍िक्षक के रूप में जीते हैं और अपने टीचर्स को गिफ्ट्स देते हैं। डॉ. सर्वपल्‍ली राधाकृष्‍णन के जन्मद‍िन को मनाने का एक सम्मानजक तरीका है। उनका जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। दरअसल, राधाकृष्णन के पुरखे पहले ‘सर्वपल्ली’ नाम के गांव में रहते थे। वे चाहते थे क‍ि उनके गांव का नाम उनसे जुड़ा रहना चाहि‍ए। इसलिए उनके माता-प‍िता ने नाम के आगे ‘सर्वपल्ली’ लगाना शुरू कर द‍िया था। साल 1954 में उन्हें सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया था। ब्रिटिश साम्राज्य ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को ‘सर’ की उपाधि प्रदान की थी। भारत रत्न के अलावा डॉ सर्वपल्‍ली राधाकृष्‍णन को नाइट बैचलर, ऑर्डर ऑफ मेरिट और टेम्पलटन समेत कई सम्मान द‍िए गए। 1952 से 1962 के बीच उन्होंने उपराष्ट्रपति के पद पर देश की सेवा की। 1962 में डॉ सर्वपल्‍ली राधाकृष्‍णन ने बतौर राष्ट्रपति पद ग्रहण किया और 1967 तक वह राष्ट्रपति पद पर रहे। 1975 में 17 अप्रैल को चेन्नई में उनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस के मौके पर सभी शिक्षकों को बधाई दी है। एक ट्वीट में पीएम ने कहा- शिक्षक दिवस के इस विशेष अवसर पर देश के सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं।देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर हम श्रद्धावनत हैं। शिक्षक ही युवाओं को आकार प्रदान करके एक राष्ट्र का निर्माण करते हैं।सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने अपनी कला के जरिए डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण को याद किया।

 

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