ट्रेडर्स और ट्रांसपोर्टर्स पेट्रोल-डीजल महंगाई के खिलाफ पर भारत बंद में शामिल नहीं

नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ विपक्ष के भारत बंद में ट्रेडर और ट्रांसपोर्टर शामिल नहीं हुए हैं। कैट, एआईएमटीसी, सीटीआई, बीयूवीएम जैसे शीर्ष संगठनों ने बंद से दूरी बनाए रखने का ऐलान किया है। दिल्ली में सभी बाजार खुले रहेंगे और औद्योगिक गतिविधियां जारी रहेंगी।कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से कहा गया है कि उन्होंने किसी बंद का आह्वान नहीं किया है और न ही व्यापारी किसी राजनीतिक दल के विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। संगठन ने वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट डील के खिलाफ पहले ही 28 सितंबर को बंद का ऐलान कर रखा है। चैंबर ऑफ ट्रेड इंडस्ट्री की ओर से कहा गया है कि वह पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी का विरोध करता है, लेकिन दुकानें बंद करने के पक्ष में नहीं है। उसने व्यापारियों से कहा है कि वे सामान्य दिनों की तरह कारोबार जारी रखें।डीजल की महंगाई के खिलाफ 20 से 27 जुलाई तक बंद रखने वाले ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने भी बंद से दूरी बना ली है। संगठन की कोर कमेटी ने कहा है कि वह मुद्दे के तो साथ है और डेली प्राइस रिवीजन व डीजल कीमतों में हालिया बढ़ोतरी का विरोध करता है, लेकिन एक गैर सियासी संगठन होने के नाते वह अपने मेंबर्स से किसी राजनीतिक बंद में शामिल होने को नहीं कह सकता। संगठन का कहना है कि वह कई मसलों पर एक हफ्ते का बंद रख चुका है। इनमें से ज्यादातर अभी सुलझे नहीं हैं, जिसके विरोध में 21 सितंबर को देश भर के ट्रांसपोर्ट प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें नए आंदोलन की रूप रेखा तय होगी। स्थानीय बाजार प्रतिनिधियों ने भी अपने सर्कुलर जारी कर बाजार खुला रखने का आह्वान किया है।

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