50 हजार भारतीयों को यूएस की नागरिकता, दूसरे नंबर पर भारतीय

मुंबई। भले ही अमेरिका में बाहर से आने वाले लोगों के लिए नियम सख्त हो गए हों और वहां की नागरिकता लेना तो और मुश्किल हो गया है लेकिन भारतीयों के मामले में नरमी बरती जा रही है। यह बात पिछले साल भारतीय लोगों को मिली अमेरिकी नागरिकता से साबित होती है। वित्त वर्ष 2017 में करीब 50 हजार भारतीयों को अमेरिका की नागरिकता मिली। अमेरिकी नागरिकता पाने के मामले में वे मेक्सिकों के नागरिकों के बाद दूसरे नंबर पर हैं।नैचरलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कानूनी औपचारिकता पूरा करने वाले विदेशी नागरिकों को अमेरिका की नागरिकता दी जाती है। नागरिकता मिलने के बाद उनलोगों को अमेरिका में वोट देने का अधिकार मिल जाता है। जहां वित्त वर्ष 2017 में यूएस नैचरलाइजेशन पाने वाले लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी द्वारा जारी डेटा के मुताबिक, भारतीयों की संख्या में 10 फीसदी वृद्धि हुई है। 50,802 भारतीयों को अमेरिकी नैचरलाइजेशन प्राप्त हुआ है। 1 अक्टूबर, 2016 से 30 सितंबर, 2017 के बीच कुल 7 लाख लोगों को अमेरिकी सरकार द्वारा नागरिकता दी गई जिनमें 7 फीसदी भारतीय थे। पहले के साल के मुकाबले 2017 के दौरान 4,600 ज्यादा भारतीयों को अमेरिका की नागरिकता मिली। अमेरिकी नागरिकता पाने वालों में सबसे ज्यादा वृद्धि मेक्सिको के लोगों में हुई है। 2017 में अमेरिका की नागरिकता पाने वाले मेक्सिको के नागरिकों की संख्या में 14 फीसदी यानी 15,009 की बढ़ोतरी हुई है, उसके बाद 10 फीसदी यानी 4,614 के साथ भारत दूसरे नंबर पर है। 5 फीसदी बढ़ोतरी यानी 1,880 लोगों के साथ चीन तीसरे नंबर पर है। अमेरिका में प्रवासियों के लिए नियम सख्त होने के बाद ग्रीन कार्ड होल्डर्स के बीच नागरिकता लेने के रुझान में बढ़ोतरी हुई है। सिर्फ ग्रीन कार्ड होल्डर्स ही नैचरलाइजेशन प्रोसेस के लिए आवेदन कर सकते हैं। ग्रीन कार्ड मिलने के बाद अमेरिका में रहने और लंबे समय तक काम करने की अनुमति मिल जाती है। इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब ज्यादा से ज्यादा ग्रीन कार्ड होल्डर्स अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसका कारण अमेरिका में वीजा पॉलिसी का सख्त होना और नौकरियों में अमेरिकी नागरिकों को प्राथमिकता देना है।

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