J&K: तीन पुलिस वालों की हत्या के बाद 24 घंटे में 10 SPO ने नौकरी छोड़ी, गृह मंत्रालय ने वीडियो को बताया प्रपोगेंडा

जम्मू कश्मीर में एक के बाद एक पुलिसकर्मियों की हत्या की जा रही है। हिजबुल आतंकी की धमकी के बाद शुक्रवार को शोपियां जिले में 4 पुलिसकर्मियों को अगवा कर लिया गया।

जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में पुलिसकर्मियों पर हमले बढ़े हैं।जानकारी के मुताबिक, इनमें से 3 पुलिसवालों की आतंकियों ने हत्या कर दी है।जबकि, एक पुलिसकर्मी को छोड़ने की खबर है।तीन पुलिसकर्मियों की हत्‍या के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के 10 एसपीओ के इस्‍तीफे की चर्चा है।हालांकि, गृह मंत्रालय ने इसे महज अफवाह करार दिया है।गृह मंत्रालय ने इन खबरों को शरारती तत्‍वों की साजिश करार दिया है। साथ कहा है कि ये खबरें झूठे प्रपोगैंडे का हिस्‍सा है जिसे शरारती तत्व आगे बढ़ा रहे हैं। खास बात है कि ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए जिसमें कुछ एसपीओ ने अपने इस्‍तीफे का ऐलान कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर ने आतंकी पुलिस वालों को नौकरी छोड़ने के लिए डरा-धमका रहे हैं। आतंकियों ने एसपीओ यानी स्पेशल पुलिस ऑफिसर के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है। नौकरी छेड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. जो नौकरी नहीं छोड़ रहे उन्हें अगवा कर मार दिया जा रहा है.आज उनके शव बरामद हुए। जिन पुलिसवालों की हत्या हुई है, उनके नाम फिरदौस अहमद, कुलदीप सिंह और निशान अहमद हैं। तीनों पुलिसकर्मियों के शव वनगाम इलाके के जंगल में बरामद हुए हैं। आतंकियों का कहना था कि पुलिसकर्मी उनके परिवार के कुछ सदस्यों को ले गए हैं और वे चाहते हैं कि उन्हें छोड़ दिया जाए। आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने एक आॉडियो क्लिप जारी कर एसपीओ को इस्तीफा देने की धमकी दी थी। धमकी में कहा गया था कि सभी एसपीओ अपने इस्तीफे का एलान स्थानीय मस्जिद से जाकर करें।  बात ना मानने पर नतीजा भुगतने की चेतावनी दी गई थी।बता दें पिछले साल मई महीने में आतंकियों ने सेना के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का अपहरण कर हत्या कर दी थी। 22 साल के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज छुट्टी में शादी में शरीक होने अपने घर आए थे।  इस साल जून महीने में सेना के जवान औरंगजेब की भी अपहरण कर हत्या कर दी थी।बता दें इससे पहले भी आतंकी पुलिस वालों और सेना के जवानों को अगवा कर चुके हैं। हाल ही में पुलिस आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में ही पुलिसकर्मियों के नौ परिजनों को अगवा को अगवा कर लिया था। बाद में इन्हें छुड़वा लिया गया था।

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