By: Hemant Kumar, Asstt. Editor-ICN
कानपुर। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और पूर्ण ऋण माफ़ी को लेकर आन्दोलनरत देशभर के अन्नदाताओं-किसानों की मांगों को लेकर चंद्र शेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के कृषि छात्रों ने आन्दोलन को अपना समर्थन जताते हुए विश्वविद्यालय परिसर से का कम्पनी बाग होकर 3 नम्बर गेट तक रैली निकाल कर सरकार को ज्ञापन भेजा, ज्ञात हो की देश में किसानों की दुर्दशा किसी से छुपी नही हुई है किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सरकारें वादा कर रही हैं इसी मुद्दे पर बात करते हुए डॉ• हेमन्त यादव ने बताया की प्रदेश एवं केन्द्र की सरकारों द्वारा उपेक्षा किसानों की दुर्दशा का मुख्य कारण है इसी विश्वविद्यालय के छात्र एवं कृषि मामलों के चिंतक सौरभ सौजन्य ने कहा की इस रैली के माध्यम से हम अपना समर्थन अन्दोलनरत किसानों को सौंपते हैं जब तक किसान नही होगा देश का भला नही हो सकता अत: किसानों की मांगे पूरा होने पर कृषि छात्र देश व्यापी आन्दोलन करेंगें क्योकिं आजादी के बाद से सबसे अधिक किसानों को ही छला गया है पिछ्ले दशकों में किसानों की उपज का न्युनतम समर्थन मूल्य दोगुना भी नही हुआ है जबकी अन्य चीज़ों के दाम कई सौ गुना तक बढ़ गए हैं ऐसे में खेती किसानी वाले परिवारों को रोटी कपड़ा और मकान तक नसीब नही है उन्होने प्रश्न उठाया की जब प्रधानमंत्री किसानों की आय दोगुनी करने की नियत रखते हैं तो स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू क्यों नही की जा रही हैं जबकी उसमे तो न्युनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना करने की बात की गई है? कृषि परास्नातक के छात्र अनुभव सिंह ने भी अपनी राय रखी ,इस दौरान सैकड़ो छात्रों ने प्रशासन की उपस्थिति में रैली निकाल कर “जय किसान”,”स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करो-2″ इत्यादी नारों से अपना विरोध दर्ज कराया।