आलोक वर्मा ने एक बार पुन: संभाला सीबीआई निदेशक का कार्यभार

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में सार्वजनिक तौर पर मचे आंतरिक घमासान के बाद छुट्टी पर भेजे गए डायरेक्टर आलोक वर्मा ने 77 दिनों बाद आज कार्यभार संभाल लिया। वर्मा ने खुद को छुट्टी पर भेजे जाने के केंद्र के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिस पर कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें बतौर सीबीआई डायरेक्टर बहाल तो कर दिया, लेकिन उनके पास नीतिगत फैसलों को लेने का अधिकार नहीं होगा। आलोक वर्मा 31 जनवरी को रिटायर होंगे।सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्ट राकेश अस्थाना ने एक दूसरे के खिलाफ रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था। अस्थाना के खिलाफ तो एजेंसी ने केस भी दर्ज किया। इसके बाद 23 अक्टूबर 2018 को केंद्र सरकार ने वर्मा और अस्थाना दोनों को ही छुट्टी पर भेज दिया और जॉइंट डायरेक्टर एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर का प्रभार दिया था। केंद्र के इस फैसले को वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सरकार ने कोर्ट में बताया था कि सीबीआई के अफसर बिल्लियों की तरह लड़ रहे थे, इसलिए उन्हें जांच पूरी होने तक छुट्टी पर भेजा गया था।

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