देश में नये वित्तीय वर्ष की शुरुआत नागरिकों के जीवन में बदलावकारी पहल के रूप में देखी जा रही है। एक अप्रैल से आम लोगों के जीवन में बहुत कुछ बदलाव होने जा रहा है, जिसमें मिठास भी है तो कुछ खटास भी।
एक ओर बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय प्रभावी होगा, वहीं यह बैंक देश का दूसरा सरकारी बैंक बन जायेगा। इन बैंकों में सरकार की सत्तर फीसदी भागीदारी है। इस विलय में सरकार अतिरिक्त वित्तीय सहायता नये बैंक की कार्यप्रणाली को प्रभावी बनाने के लिए देगी। इसके अलावा एक अप्रैल से जीएसटी दरों में कटौती से घर खरीदना सस्ता होगा। अब किफायती घरों की श्रेणी पर जीएसटी आठ फीसदी से घटाकर एक फीसदी कर दी गई है वहीं निर्माणाधीन मकानों पर जीएसटी 12 फीसदी की जगह पांच फीसदी लगेगा। नि:संदेह इससे घर की आस रखने वालों को राहत मिलेगी। वहीं बैंकों से सस्ते कर्ज की उम्मीद भी बढ़ गई है। अब बैंक एमसीएलआर के बजाय रेपो रेट के आधार पर ऋण देंगे। अब जैसे ही आरबीआई रेपो रेट घटायेगा, उपभोक्ता को सीधा उसका लाभ मिलेगा। पहले बैंक इसमें मनमानी करते थे। दूसरी ओर एब एनपीएस का खाता खुलवाने वालों को जमा रकम पर पूरी छूट मिलेगी। पिछले बजट में सरकार ने आयकर में जो छूट देने की घोषणा की थी, वे दरें भी एक ?अप्रैल से प्रभावी होंगी। अब पांच लाख तक की आय करमुक्त होगी और स्टैंडर्ड डिडक्शन समेत अन्य प्रावधानों में करदाता राहत महसूस करेंगे।एक अच्छी खबर यह भी है कि भारत में लोगों की लंबी उम्र की संभावनाएं बढ़ी हैं। भारतीय एक्जुअरी संस्थान की नई रिपोर्ट बताती है कि आम भारतीय की जीवन प्रत्याशा बढ़ी है। यह रिपोर्ट एक अप्रैल से लागू होने जा रही है। इससे फायदा यह होगा कि जीवन बीमा पॉलिसी के प्रीमियम कम होंगे। इतना ही नहीं, नयी पॉलिसी लेने वालों को अब कम पैसा देना होगा। एक अप्रैल उन कर्मचारियों के लिये भी अच्छी खबर लेकर आ रहा है जो एक नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी करने पर पीएफ के ट्रांसफर को लेकर परेशान होते थे। अब स्वत: कर्मचारी का पुराना खाता नयी नौकरी के खाते के साथ जुड़ जायेगा। इसमें भविष्य निधि खाते के बारह अंकीय यूनिवर्सल नंबर की भूमिका होगी। इसके अलावा रेलवे भी अपने यात्रियों की सुविधाओं के लिये नयी व्यवस्थाएं लेकर आ रहा है। इसमें अब यात्री को ट्रेन छूटने पर टिकट की रकम वापस मिल सकेगी वहीं बिजली उपभोक्ताओं को अब प्रीपेड मीटर का विकल्प दिया जायेगा। एक अच्छी खबर यह भी कि कार खरीदने वाले ग्राहकों को कंपनी के शोरूम से ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी कार मिलेगी, जिसके लिये अब तक उपभोक्ता को धक्के खाने पड़ते थे लेकिन इस मिठास के साथ खटास यह है कि प्राकृतिक गैस के दामों में वृद्धि के बाद पीएनजी व सीएनजी के दामों में इजाफा होगा। सीएनजी के दामों में वृद्धि से इससे चलने वाले व्यावसायिक वाहनों के किराये बढ़ सकते हैं।