भाजपा-कांग्रेस नहीं चुनाव में तो जनता ही हारती है….

राणा अवधूत कुमार सासाराम। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में लोकसभा की चुनावी प्रक्रिया अपने पूरे शबाब पर है। जिसमें सभी राजनैतिक दल अपने नफा-नुकसान के आधार पर चुनाव में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटे हुए हैं। इस चुनावी महाकुंभ में भाग लेने के साथ-साथ उसे समझने की प्रक्रिया चलती रहनी चाहिए। आम लोगों का पूरा ध्यान सिर्फ सरकार बदलने व बनवाने में रहता है, लेकिन थोड़ा सा ध्यान हमें उन कारणों पर देना चाहिए जो राजनीति को तय करते हैं। या यूं कहे कि किन…

Read More