चन्द्रकान्त पाराशर (वरिष्ठ एसोसिएट एडिटर) ICN GROUP शिमला: एसजेवीएन को कारपोरेट सामाजिक दायित्व एवं रेसपांसिवनेस के लिए स्कोप मैरिटोरियस अवार्ड से नवाजा गया है। एसजेवीएन को यह अवार्ड इसके कारपोरेट सामाजिक दायित्व के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, शिक्षा एवं दक्षता विकास, अवसंरचनात्मक विकास तथा सततशील विकास के क्षेत्र में इसके बेहतरीन योगदान और अभिनव पहलों के लिए दिया गया है। इन अवार्ड्स का निर्णय न्यायमूर्ति आर. सी. लहोती सर्वोच्च न्यायालय के भूतपूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल ने लिया। इस अवसर पर एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध…
Read MoreYear: 2020
आई सी एन : रूहेली धरती पर हरित क्रांति का बीजारोपण
सहसवान/ बदायूं : 27 दिसंबर, 2020,आत्मनिर्भरता की शक्ति को भारतवर्ष ने तो कोरोना संक्रमण काल में पहचाना लेकिन आई सी एन डिजिटल मीडिया ग्रुप वैश्विक स्तर पर इसके जादू को पहले से ही महसूस कर रहा था। व्यक्ति-व्यक्ति तक आत्मनिर्भरता के इस जादू को पहुँचाने के लिये सफलता के हर मानक से अपने आप को स्थापित कर चुके एवं सबसे संवेदनशील सर्वश्रेष्ठ जनसमूह आई सी एन के वैश्विक मंच से पूरे विश्व में आई सी एन की डॉ नोर्मन बोर्लाग विधा में ‘रूरल इंटरप्रिन्यूरशिप’ मिशन के तहत श्रृंखलाबद्ध रूप से…
Read Moreहिमाचल प्रदेश सरकार ने एसजेवीएन को चिनाब बेसिन में 501 मेगावाट की तीन जलविद्युत परियोजनाएं आबंटित कीं
चन्द्रकान्त पाराशर (वरिष्ठ एसोसिएट एडिटर) ICN GROUP शिमला: एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नन्द लाल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश में चिनाब बेसिन में 501 मेगावाट क्षमता की तीन परियोजनाएं आबंटित करने के लिए हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर तथा राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है । हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में चिनाब बेसिन में 104 मेगावाट टांडी , 130 मेगावाट राशिल तथा 267 मेगावाट की साच खास जलविद्युत परियोजनाएं एसजेवीएन…
Read Moreद्वितीय सारण अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का हुआ समापन, ऑनलाइन किया गया था आयोजन
● द्वितीय संस्करण का ऑनलाइन किया गया था आयोजन ● 6 देशों से कुल 17 चुनिंदा फिल्मों की हुई स्क्रीनिंग ● ईरान , तुर्की , सिंगापुर , कोरिया , भारत और बंग्लादेश से थी एंट्री । ●महाराष्ट्र की फ़िल्म ”लाल” को लोगों ने खूब किया पसंद , सिंगापुर और ईरान की फिल्म “मा तुकी” और “इन पर्सपेक्टिव” की हुई तारीफ़ । छपरा : द्वितीय सारण अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का दो दिवसीय ऑनलाइन आयोजन सफलतापूर्वक समाप्त हो गया । आपको बता दें कि साल 2019 में शुरू हुई ये सांस्कृतिक यात्रा…
Read Moreमानव -उत्थान बना जिनका दिव्य युग-धर्म
चन्द्रकान्त पाराशर (वरिष्ठ एसोसिएट एडिटर) ICN GROUP खनेरी,शिमला हिल्स: ऋषि -सत्ताओं की विशेष कृपा का पात्र रहा है पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा देवालय हिमाचल प्रदेश । जन -कल्याण व मानव -उत्थान को अपना ध्येय मानने वाले पेशे से हिमाचल प्रदेश विद्युत विभाग में बतौर इलेक्ट्रीशियन कार्यरत योगी रंजीत सिंह आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है । मात्र 30 वर्ष की आयु में ही जिस लग्न ,कर्म निष्ठा व पर दुख कातरता के वशीभूत होकरउन्होंने योग -पद्धति के सिद्धांत व व्यवहारिक दोनों पक्षों से समाज के प्रत्येक वर्ग को परिचित…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘आसमान’ : 3
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप आखिर यह आसमान है क्या? सुनते हैं – दिन को नीला, रात को काला और कभी-कभी अपनी ही मनमर्ज़ी से रंग बदलने वाला यह आसमान सिर्फ़ एक फ़रेब भर है विज्ञान कहता है कि आसमान, आकाश, नभ, गगन, अंबर, फ़लक, अर्श या आप उसे जो भी कहते हैं, शून्य मात्र है। शून्य अर्थात ज़ीरो अर्थात कुछ भी नहीं। शून्य का कहीं कोई अस्तित्व नहीं होता लेकिन हमें तो सर के ऊपर इतना बड़ा आसमान दिखाई देता है जिसका न कोई ओर है न…
Read Moreतीन पीढ़ियों के जीवनानुभव के त्रिकोण पर उपजी कविताओं का कलरव
चन्द्रकान्त पाराशर (वरिष्ठ एसोसिएट एडिटर) ICN GROUP शिमला हिल्स : एक पीढ़ी को दूसरी पीढ़ी से जोड़ने का जरिया होते साहित्य की अभिवृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत हैं -एक पिता, दो पुत्र व एक सुपौत्री का लेखन-प्रवाह। मूलतःआगरा शहर की पृष्ठभूमि से जुड़े कवि अनिल कुमार शर्मा उनके दो सपुत्र दुष्यंत शर्मा व सिडनी- आस्ट्रेलिया निवासी जयंत शर्मा एक सुपौत्री गार्गी शर्मा (11 वर्षीय) साहित्य को अपने लेखन के माध्यम से लगातार नए आयाम देने में तत्पर हैं।इन सबके क्रमश 1. कहीं कुछ कम है -कविता संग्रह2. खामोशी का शोर…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘आसमान’ : 1
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप आखिर यह आसमान है क्या? सुनते हैं – दिन को नीला, रात को काला और कभी-कभी अपनी ही मनमर्ज़ी से रंग बदलने वाला यह आसमान सिर्फ़ एक फ़रेब भर है। विज्ञान कहता है कि आसमान, आकाश, नभ, गगन, अंबर, फ़लक, अर्श या आप उसे जो भी कहते हैं, शून्य मात्र है। शून्य अर्थात ज़ीरो अर्थात कुछ भी नहीं। शून्य का कहीं कोई अस्तित्व नहीं होता लेकिन हमें तो सर के ऊपर इतना बड़ा आसमान दिखाई देता है जिसका न कोई ओर है…
Read Moreउर्दू शायरी में ‘ख़्वाब’
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप अगर ख़्वाब नहीं होते तो शायद हम इंसान भी नहीं होते। आदमी ख़्वाब देखता है लेकिन जानवर कभी ख़्वाब नहीं देखते। आदमी और जानवर के बीच सिर्फ़ ‘ख़्वाब’ ही मौजूद हैं। हर तरक्की के पीछे हमेशा किसी का कोई ख़्वाब ही पोशीदा है। धरती पर सृष्टि के जन्म लेने से आज तक के सफ़र में करोड़ों अरबों ख़्वाब हैं जो लोगों की आँखों के समंदर में किसी किश्ती कि तरह तैरे और जिसमें से कुछ को तो किनारा मिला और बाकी को…
Read Moreआई सी एन : बुंदेलखंडी धरती पर हरित क्रांति के बीज
बांदा, 29.11.2020.इतिहास ने जिस बुंदेलखंड की धरती पर समय-समय पर आल्हा ऊदल व रानी लक्ष्मी बाई के रूप में शहीदों की फसल उगाई है, वह हरियाली के उस प्रजनन सुख का उस भाँति कभी भी अनुभव नहीं कर पाई जैसा सुख उसके पड़ोसी प्रांतों ने किया। चेहरे पर शत्रुओं को आतंकित कर देने वाले अतुलित तेज और विशाल भुजाओं में शत्रु दमन हेतु असीम बल समेटे बुंदेलखंड के भूख और अभाव से धँसे हुये पेट की ओर न कभी केंद्रीय सत्ता की दृष्टि गयी और न ही कभी प्रादेशिक सरकार…
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