By: Akhil Kumar Srivastava, Bureau Chief-ICN U.P. भला हो शराबियों का, जो सुबह 4:00 बजे से बोतल पानी लेकर 6 – 6 घंटे तक धूप में लाइन लगाकर खड़े रहे, वे भी किसी वीर योद्धा से कम नहीं । अगर यह शराबी ना होते तो इस भयंकर महामारी से जूझ रहे देश की अर्थव्यवस्था की डोलती नैया को कौन संभालता। जी हां, यह वे शराबी ही हैं जो इस कठिन समय में कड़ी धूप में लाइन लगाकर खड़े होकर देश की अर्थव्यवस्था का बीड़ा उठाने के लिए आगे बढ़े, यह बात…
Read MoreDay: May 4, 2020
भोजपुरी: भाषाई अस्मिता का संघर्ष और राजनीति
उदय नारायण सिंह सरकारी आँकड़ों में आठ करोड़ परन्तु धरातल पर पंद्रह करोड़ से उपर के लोगों द्वारा बोली जाने वाली,पाँच देशों की प्रमुख मातृभाषा,विश्वविद्यालीय शिक्षा में पढ़ाई जाने वाली तथा सिनेमा उद्योग में पॉलीवुड के नाम से प्रसिद्ध भोजपुरी के समक्ष आज अपने अस्तित्व का संकट आन खड़ा हुआ है। भिन्न-भिन्न प्रकार की साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं से समृद्ध, राजनीतिज्ञों के संबोधन की आधार भाषा वर्त्तमान मे आज संकट में है। ब्रिटिश काल में गुलाम बना कर ले जाये गये भोजपुरी प्रदेश के मजदूर भले ही आज मॉरीशस, सुरीनाम, फीजी, ब्रिटिश…
Read Moreटेराकोटाविजिट
आकृति विज्ञा ‘अर्पण’,असिस्टेंट ब्यूरो चीफ-ICN U.P. आज गोरखपुर टेराकोटा के लिये उत्सव का दिन है। इस प्रयास में लगीं सभी सद् आहुतियां बधाई की पात्र हैं। आइये गोरखपुर की सक्रिय मल्टीटास्किंग फ्रीलांसर ,ऐक्टिविस्ट ,साइंटिफिक लिटरेचर पर्सनालिटी आकृति विज्ञा अर्पण से भी उनके अनुभव जानते हैं…… एक विजिट मुझे भी याद आता है ,मन का कोना खुश हो उठता है। Vishnu जी उन दिनो गोरखपुर चाइल्डलाइन को बतौर सिटी कोआर्डिनेटर नये आयाम दे रहे थे ,जब भी समय मिलता हम लोग शहर की खाक़ छानने निकल पड़ते। गोरखपुर टेराकोटा विजिट नया…
Read More