डॉ भावेश दवे, ज्योतिषाचार्य, ICN आज हम अपने पाठकों को विभिन्न ग्रहों और उनके प्रभाव के बारे में जानकारी देते हैं। हिन्दू ज्योतिष शास्त्र में किसी व्यक्ति के जन्म के समय 9 ग्रहों की स्थिति के आधार पर उस व्यक्ति की कुंडली या उसके भाग्य का मूल्यांकन किया जाता है। अजमेर: सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु या बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु व केतु; वहीं वेस्टर्न ऑस्ट्रोलॉजि में 12 ग्रहों की स्थिति के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है, 3 अतिरिक्त ग्रह प्लूटो, नेपच्यून और हर्षल भी सम्मिलित हो जाते हैं। इन…
Read MoreDay: May 19, 2020
भाषा बनाम संस्कृति और संस्कार
डॉ. संजय श्रीवास्तव मैं आप सभी से सिर्फ एक ही बात पूछना चाहता हूँ कि क्या भाषा किसी संस्कृति के निर्माण करने में सहायक होती है ? मेरा मानना है कि वैसे तो एक संस्कृति के निर्माण में कई कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है किन्तु किसी भी संस्कृति को दर्शाने में सबसे ज्यादा महत्त्व विचारों और भाषा का होता है | हमारे संस्कार हमारे विचारों का एक आइना होते हैं जो ये दर्शाते हैं कि जो भी विचार हमारे मन मस्तिष्क में चल रहे होते हैं वो हमारे क्रिया कलापों…
Read Moreसमय का गीत: 9
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप मैं समय के सिंधु तट पर आ खड़ा हूँ, पढ़ रहा हूँ रेत पर, मिटते मिटाते लेख, जो बाँचे समय ने। स्वर लहर मोज़ार्ट की, वह नृत्य माइकल जैक्सन का। तान बिसिमिल्लाह की थी दिव्य, सुर मेंहदी हसन का।। वो रफ़ी, आशा, लता के गीत का जादू निराला। हर ह्रदय में भर दिया जगजीत के स्वर ने उजाला।। आज डाविंची, पिकासो, तूलिका से झांकते है। और रवि वर्मा, मदन नागर, कला को आँकते हैं।। शिल्प माइकल एंजलो का आज भी खुद…
Read Moreस्वस्थ विश्लेषण जरूरी है
आकृति विज्ञा ‘अर्पण’, असिस्टेंट ब्यूरो चीफ-ICN U.P. एक माँ ने सड़क पर बच्चा जना है कुछ लोग इस पर करेंगे सियासत…. कुछ लोग होंगे इतने निष्ठुर कि कह पड़ेंगे कि क्या जरूरत थी सड़क पर चलने की… बहुत जरूरी है पीड़ित को महसूसना उतारकर पूर्वाग्रह के चोले…. आपका समर्थन तंत्र हेतु ऐसा भी न हो कि न गिना सकें कमियां…… वहीं विरोध भी ऐसा न हो कि नजर न आये अच्छाइयां… हर घटनाओं में शामिल होते हैं कुछ स्वार्थी लोग लेकिन भुगतते हैं निस्वार्थ लोग….. पीड़ा तब बढ़ जाती है…
Read Moreगीत–ये लम्हे क्यों उदास हैं ….
घर पर रहें – घर पर सुनें” हर रोज़ नए गाने गीत – ये लम्हे क्यों उदास हैं …. पार्श्व गायिका – मधुश्री (मुंबई) संगीतकार – केवल कुमार गीतकार – अशोक हमराही https://youtu.be/tmkL1XR0vsE सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका मधुश्री का वास्तविक नाम सुजाता भट्टाचार्य है, लेकिन संगीत जगत उन्हें ‘मधुश्री’ के नाम से जानता है। प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने अपने पिता अमरेन्द्रनाथ और माता पार्बती भट्टाचार्य से प्राप्त की। बाद में उन्होंने बिष्णुपुर घराने के संगीताचार्य पंडित अमिय रंजन बंधोपाध्याय से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा हासिल की तथा ठुमरी और ख्याल गायन में…
Read Moreग़ज़ल–घर में रहकर ख़ुद से मिलना अच्छा लगता है ….
*”घर पर रहें – घर पर सुनें”* हर रोज़ नए गाने *ग़ज़ल* – घर में रहकर ख़ुद से मिलना अच्छा लगता है …. *गायक* – पद्मश्री अनूप जलोटा (मुंबई) *संगीतकार* – केवल कुमार गीतकार* – अशोक हमराही https://youtu.be/MNQhhcLCAR0 पद्मश्री अनूप जलोटा सुप्रसिद्ध गायक होने के साथ – साथ संगीतकार, फ़िल्म निर्माता और अभिनेता भी हैं। भक्ति संगीत में उनकी लोकप्रियता के कारण उन्हें ‘भजन सम्राट’ कहा जाता है। गीत और भजन के अलावा ग़ज़ल गायकी में भी उन्हें ख़ास मुक़ाम हासिल है। वर्ष 2012 के लिए उन्हें कला-भारतीय शास्त्रीय संगीत-गायन…
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