केवल कुमार, एंटरटेनमेंट एडिटर-ICN
“घर पर रहें – घर पर सुनें”
हर रोज़ नए गाने
ग़ज़ल–ज़िंदगी किस मोड़ पर ले आई है ….
गायक–हीरा लाल IPS (लखनऊ)
संगीतकार-केवल कुमार
गीतकार-अशोक हमराही
पुलिस उपमहानिरीक्षक हीरा लाल को बचपन से ही संगीत में रूचि थी। पढ़ाई और पुलिस सेवा में व्यस्तता के कारण संगीत को समय नहीं दे सके, लेकिन उनके दिल में संगीत के लिए एक ख़ास जगह हमेशा बनी रही और जब भी अवसर मिलता वो गीत – संगीत के साथ अपना समय ज़रूर बिताते। वर्ष 2005 से वह जिन जनपदों में तैनात रहे, वहां पर संगीत के गुणी गुरुओं को तलाश कर संगीत की शिक्षा प्राप्त करते रहे हैं। बहराइच में श्री मुबारक अली, बरेली में पंडित ज्ञानेश्वराचार्य, बनारस में पंडित विजय कपूर, कानपुर में श्री राधे महाराज से उन्होंने संगीत का ज्ञान प्राप्त किया। वर्तमान में वह श्री केवल कुमार जी से गायिकी की बारीकियों को सीख रहे हैं। उनका मानना है कि संगीत मानसिक संतुष्टि के साथ – साथ काम करने की ऊर्जा भी प्रदान करता है।ये ग़ज़ल उन्होंने बड़े ही मनोयोग से गाई है, जिसे सुनकर संगीत के प्रति उनकी गहरी रूचि का आभास होता है। सुनिए … Like करिए .… Share करिए …..और अपने विचार भी अवश्य लिखिए।
धन्यवाद
विशेष : समय कभी नहीं रुकता है। जब कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लॉकडाउन के दौरान सारा विश्व थमा हुआ सा प्रतीत हो रहा था, सृजन उस समय भी जारी था। जीवन हर चुनौती से बड़ा है और उसी लॉकडाउन काल में रचे व सृजित किये गये ये गीत हमारी हर संकट से जूझने व जीतने की संस्कृति के प्रतीक हैं।