सी. पी. सिंह, एडीटर-ICN ग्रुप मेरे – प्राणों – से – भी – प्यारे – हिन्द , सरबस – अर्पण – तुझ – पर | आ -लदी – महामारी -ये – निन्द , हुई – हानि -से – दुखि -हिय – भर || हम , घर – में – रहेंगे , किसी – से – भी – न – मिलेंगे | नाक – मुहँ – न – छुएँगे , ना , भीड़ – में – जा , कहीं – मिलें – हिलेंगे | हाँथ – धोते – रहेंगे , अपनों…
Read MoreDay: June 1, 2020
तीन प्रश्न-तीन उत्तर
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव , सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप भाग-2 अक्सर कचोटती है मन की यह हूक, हमें, क्या धार समय की सिर्फ़ बहा ले जायेगी। हम पुत्र अपाहिज कथनी के ही सिद्ध हुये, या करनी हमसे भी इतिहास लिखायेगी।। (1) क्या जीवन साँसों का है आना-जाना भर, या नश्वर जीवन अमृत भी बन सकता है। टूटे तारों सा होता है केवल जीवन, अथवा सूरज सा अक्षत भी बन सकता है।।(2) युग युग से हिम में देह जमी है जो अपनी, क्या उसमें भी इक रोज़ हरारत जागेगी। जो रिक्त सदा है…
Read Moreकोरोना ने छेड़ा बेसुरा राग, युवा संगीतकार वाजिद की दुखद मृत्यु
सुरेश ठाकुर बेहतरीन म्यूजिक डायरेक्टर और लिरिसिस्ट होने के साथ-साथ वे एक शानजदार सिंगर भी थे।1998 में फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ से अपने भाई साजिद खान के साथ एक युगल संगीतकार के रुप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले वाजिद लगातार हिट संगीत देकर लोगों ख़ासकर युवाओं के बीच बहुत जल्दी लोकप्रिय हो गए थे | क्रूर कोरोना ने संगीत के जिस सुरीले स्वर को बेहद बेसुरे अंदाज़ में छेड़ दिया, उसका नाम है ‘वाज़िद ख़ान’ | अभी इरफ़ान ख़ान और ऋषि कपूर की दुख़द मृत्यु पर…
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