तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप हम रुकें चाहे ठिठक कर, बैठ जाएँ, या, बहक कर ज़िन्दगी चलती रही है, ज़िन्दगी चलती रहेगी । (1) रात आने से कभी क्या. दिन निकलना भूलता है। वर्ष के वट पर नया इक, नित्य मौसम झूलता है।। शुष्क मौसम खींच कर, लाता हमेशा मुक्त सावन, नित्य मुरझाती हैं कलियाँ, नित्य पल्लव फूलता है।। कैद हम हो जाएँ घर में, या रुकें थक कर सफ़र में, ज़िन्दगी चलती रही है, ज़िन्दगी चलती रहेगी । (2) आँख खुलना, बंद होना, मात्र जीना…
Read MoreDay: June 8, 2020
रक्षा-नीति की संवेदनशीलता और पेड मीडिया की बाज़ीगरी
एज़ाज़ क़मर, एसोसिएट एडिटर-ICN नई दिल्ली। कारगिल मे पाकिस्तानी सेना आराम से बंकर बनाते हुये घुसकर बैठ गई थी, लेकिन हमे उसकी भनक तक नही लगी थी, आज सेटेलाइट के युग मे जब हम आसमान से ज़मीन पर चल रही एक छोटी सी चींटी की एक मीटर लंबी पिक्चर बनाकर उसका अध्ययन कर सकते है,फिर भी इतनी तकनीकी प्रगति के बावजूद चीनी सेना तिब्बत मे घुसकर बैठ गयी और हमारी संस्थाएं सिर्फ हाथ मलती रह गई।यद्यपि इस तरह की घटनाओ का आरोप गुप्तचर संस्थाओ के मत्थे मढ़ दिया जाता है,जबकि देश की सुरक्षा…
Read Moreकैंसर
अखिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘चमन’, सेवानिवृत्त अधिकारी एवं लिटरेरी एडिटर-ICN हिंदी कहानी ‘‘अच्छा ये बताओ…..नूरी नाम तुम्हें कैसा लगता है….?’’ अचानक ही बातचीत का विषयान्तर कर के अमोल ने प्रश्न किया। ‘‘नूरी….? अच्छा नाम है…बहुत अच्छा….। लेकिन बात क्या है….?’’ रजिया ने चैंक कर पूछा । ‘‘यह नाम नूरी पसन्द है तुमको…?’’ ‘‘अरे बाबा…..कहा तो मैंने कि बहुत अच्छा….प्यारा सा नाम है यह। लेकिन माजरा क्या है….? अचानक कबाब में हड्डी की तरह यह बात कहाॅं से आ…
Read Moreकोरोनाकाल में चीन से अधिक अमेरिका के करीब है भारत
राणा अवधूत कुमार, ब्यूरो चीफ-ICN बिहार पटना।अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में राष्ट्रीय हितों की अपेक्षित पूर्ति किसी देश की विदेश नीति की सफलता का पैमाना होती है। कोरोना संकट में यह प्रश्न भी स्वाभाविक है कि भारतीय विदेश नीति इससे कैसे व कितना प्रभावित हुई? इसने वैश्विक व क्षेत्रीय राजनीति को किस प्रकार प्रभावित किया। यह समय नए परिवर्तनों की आहट सुनाने वाला है।बदलते समीकरणों के बीच कोरोना का असर भारत की विदेश नीति पर पड़ेगा। पहला, वंदे भारत जैसे मिशन ने देश की सबसे बड़ी कूटनीतिक संपदा यानी भारतीय डायस्पोरा में…
Read More