गीत: आंखों में जब से जाग रहे हैं सपने कल के

केवल कुमार, एंटरटेनमेंट एडिटर-ICN  
“घर पर रहें – घर पर सुनें”
हर रोज़ नए गाने
गीत – आंखों में जब से जाग रहे हैं सपने कल के
गायिका– पुष्पा बनर्जी (वाराणसी)
की बोर्ड – शुभंकर चटर्जी
गिटार – विश्वजीत चटर्जी
संगीतकार- केवल कुमार
गीतकार – अशोक हमराही
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गायिका पुष्पा बनर्जी आकाशवाणी वाराणसी तथा दूरदर्शन की कलाकार हैं. इन्होने गायन में संगीत प्रभाकर किया है. इनके गुरु ठुमरी सम्राट पंडित महादेव प्रसाद मिश्र थे. पुष्पा बनर्जी देश के विभिन्न राज्यों में अनेक कार्यक्रम दे चुकी हैं.  वह कई भाषाओं में बखूबी गा सकती हैं. उनकी भोजपुरी और राजस्थानी में अनेक सी डी उपलब्ध हैं. अनेक पुरस्कारों से सम्मानित पुष्पा बनर्जी ने रामायण धारावाहिक में पद्मश्री रवीन्द्र जैन जी के साथ गाया है. इसके अलावा उषा उत्थुप हेमलता और रवीन्द्र जैन के साथ इन्होने गीत गाने हैं. इनके गीत- भजन यू ट्यूब में उपलब्ध हैं. टी सीरीज वीनस युकी आदि म्युज़िक कंपनियों से इनके गाने रिलीज़ हो चुके हैं. पुष्पा बनर्जी का गाया ये गीत सुनिए… Like करिए .… Share करिए …..और अपने विचार भी अवश्य लिखिए।
विशेष : समय कभी नहीं रुकता है। जब कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लॉकडाउन के दौरान सारा विश्व थमा हुआ सा प्रतीत हो रहा था, सृजन उस समय भी जारी था। जीवन हर चुनौती से बड़ा है और उसी लॉकडाउन काल में रचे व सृजित किये गये ये गीत हमारी हर संकट से जूझने व जीतने की संस्कृति के प्रतीक हैं।
                                                                                                                              धन्यवाद🙏
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