केवल कुमार, एंटरटेनमेंट एडिटर-ICN
“घर पर रहें – घर पर सुनें”
हर रोज़ नए गाने
पंजाबी गीत – माही वे, दिल नइयो लगदा तेरे बिना …
गायिका– डॉली गुलेरिया (पंचकुला, हरियाणा)
म्युज़िक अरेंज़र – सोनू भोला
संगीतकार – केवल कुमार
गीतकार – अशोक हमराही
डॉली गुलेरिया एक पंजाबी लोक गायिका हैं। वह सुप्रसिद्ध पार्श्वगायिका सुरिंदर कौर की बेटी हैं, जिन्हें ‘पंजाब कोकिला’ (The Nightingale of Punjab) के रूप में जाना जाता है। उन्हें अपनी माँ से पंजाबी लोक गायन की समृद्ध विरासत मिली। डॉली गुलेरिया को बचपन से ही उन्हें संगीत से लगाव रहा है। उन्होंने 7 साल की उम्र से ही शास्त्रीय संगीत सीखना शुरू कर दिया था। गंधर्व महा विद्यालय दिल्ली से उन्होंने ‘कथक’ नृत्य भी सीखा। त्रिवेणी कला संगम दिल्ली से उन्होंने मणिपुरी और भारत नाट्यम की शिक्षा भी ली। वह पटियाला घराने के कुंदन लाल शर्मा, पन्ना लाल कथक और श्री छोटे लाल जी (मुख्य संगीतकार आकाशवाणी) और बाद में दिल्ली घराने के इकबाल अहमद की शिष्या रही हैं।उन्होंने 1967 में ऑल इंडिया रेडियो में अपना पहला एकल गीत पंजाबी में एक शौकिया कलाकार के रूप में गाया। 1968 में एचएमवी द्वारा शबद गुरबानी और मैरिज गानों पर एक एलपी (लॉन्ग प्ले रिकॉर्ड) रिलीज़ किया गया। वर्तमान में वह AIR की ‘A’ की श्रेणी की कलाकार हैं।पंजाबी लोकगायिका के रूप में उनकी एक अलग पहचान है। उन्होंने अपनी मां सुरिंदर कौर के साथ शबद कीर्तन भी गाये हैं। डॉली गुलेरिया अपनी Nightingale Music Academy में संगीत का प्रशिक्षण दे रही हैं।
देश विदेश में ख्याति प्राप्त गायिका डॉली गुलेरिया का गाया हुआ ये पंजाबी गीत सुनिए… Like करिए .… Share करिए …..और अपने विचार भी अवश्य लिखिए।
विशेष : समय कभी नहीं रुकता है। जब कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लॉकडाउन के दौरान सारा विश्व थमा हुआ सा प्रतीत हो रहा था, सृजन उस समय भी जारी था। जीवन हर चुनौती से बड़ा है और उसी लॉकडाउन काल में रचे व सृजित किये गये ये गीत हमारी हर संकट से जूझने व जीतने की संस्कृति के प्रतीक हैं।
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