केवल कुमार, एंटरटेनमेंट एडिटर-ICN
“घर पर रहें – घर पर सुनें”
हर रोज़ नए गाने
गीत– उड़ गई निंदिया हमार सखी री परदेसिया के मारे …
गायिका- तान्या भारद्वाज (बाराबंकी)
म्यूज़िक अरेंजर और साउंड एडीटर – डी नाथ शर्मा
संगीतकार – केवल कुमार
गीतकार- अशोक हमराही
बचपन से ही प्रतिभाशाली तान्या भारद्वाज अपने जन्म स्थान गोरखपुर के भव्य दुर्गा पूजा से लेकर अन्य स्थानीय कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति देती रही हैं, तत्पश्चात बाराबंकी में देवा,महादेवा आदि मोहत्सवों में अपने गायन व नृत्य (कथक) से उपस्थिति दर्ज़ कराती रही हैं । गुरु श्री प्रभात नारायण दीक्षित जी से उन्होंने संगीत की शिक्षा प्राप्त की है। वह अपने कार्यक्रमों में लोकगीत, शास्त्रीय संगीत ,ग़ज़ल,मतदान जागरूकता गीत आदि की प्रस्तुति देती रहती हैं.. लखनऊ दूरदर्शन केंद्र में बतौर गायिका आती रहती हैं। उन्होंने पहले लॉकडाउन के साथ ही लोगों को कोरोनावायरस से जागरूक करने के लिए कई प्रतिष्ठित कवि व शायरों के गीतों को अपनी आवाज़ दी हैं। वर्तमान में गायन की शिक्षा संगीत विश्वविद्यालय भातखंडे लखनऊ से प्राप्त कर रही हैं और कथक की शिक्षा संगीत नाटक एकेडमी में अपनी गुरु सुश्री नीता जोशी जी द्वारा प्राप्त कर रही हैं।
तान्या भारद्वाज की आवाज़ में जो मिठास है, उसका आभास आपको उनके गाए इस गीत में महसूस होगी… सुनिए…Like करिए…… Share करिए …..और अपने विचारभी अवश्य लिखिए।
विशेष : समय कभी नहीं रुकता है। जब कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लॉकडाउन के दौरान सारा विश्व थमा हुआ सा प्रतीत हो रहा था, सृजन उस समय भी जारी था। जीवन हर चुनौती से बड़ा है और उसी लॉकडाउन काल में रचे व सृजित किये गये ये गीत हमारी हर संकट से जूझने व जीतने की संस्कृति के प्रतीक हैं।
धन्यवाद
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