छपरा : वैसे तो रेडियो मयूर की टीम ने सामुदायिक रेडियो के सही मायने हमेशा से प्रस्तुत किये हैं और अपने कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों अच्छी तरह से जागरूक करने का काम भी किया है , लेकिन इस कोरोना काल में कई विषम परिस्थितियों में भी रेडियो मयूर की टीम ने एक बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश की है .
लॉक डाउन वन के समय से ही टीम काफी एक्टिव रही , रेडियो प्रसारण के साथ साथ सोशल मीडिया पर लाइव कार्यक्रम भी लगातार करते रहे रहे जिसमें हर एपिसोड में अलग क्षेत्र के एक्सपर्ट को डायरेक्ट फोन लाइन पर जोड़ा जाता था . एक मुहीम चली जो काफी सफल रही , इस कार्यक्रम में अभिषेक अरुण ने अपनी टीम विशेष रूप से रजत , अभिनंदन , अमरजीत , नेहा , मिली , प्रीती , शंकर शरण शिशिर , सुप्रशांत सिंह मोहित , शाशांक , अंकित , कुश , चित्रांश , सुशांत सिंह , पुनितेश्वर पुनीत आदि की मदद से कोरोना जागरूकता कार्यक्रम को जन जन तक पहुँचाया .
कोरोना काल में मानसिक स्थिति को ठीक रखने के लिए साहित्यिक कार्यक्रम का सहारा लिया गया जो की काफी हद तक सफल रहा .
जैसे जैसे कोरोना काल बढ़ता गया जागरूकता कार्यक्रमों की प्रस्तुति बदलती गयी , कुछ गंभीर कार्यक्रम बनाये गये और कुछ हलके फुल्के , अब ये समय था जब टीम के सदस्य अपने अपने घरों पर थे और स्टूडियो में आना नहीं होता था , इसमें श्रोताओं के लिए कुछ प्रतियोगिताएं भी करायीं गयीं , जिसमें सैकड़ों श्रोताओं ने हिस्सा लिया .
शुरुआती दौर में रेडियो मयूर ने स्थानीय कुछ टीम के साथ मिल कर कोरोना जागरूकता रथ भी निकाला जिसमें साथ दिया स्थानीय सामाजिक संस्था रोटरेक्ट क्लब ने .
सदस्यों को जब घर पर रहना होता था तब कुछ कार्यक्रम घर से भी हुए जिसमें टीम के सदस्यों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया . सोशल मीडिया पर लाइव आकर लॉक डाउन की बाते करना और अपने अनुभव साझा करना साथ ही एक जागरूकता आये इसका भी ध्यान रखना ये सबसे महत्वपूर्ण था .
फिलहाल टीम रेडियो मयूर अभी कई जागरूकता कार्यक्रम लगातार प्रसारित कर रहा है जो की समाज के हित के लिए है और लोग सुनते भी हैं और अपने सवालों का जवाब भी उन्हें मिलता है . कुछ कार्यक्रम यूनिसेफ , CRA , BBC , SMART आदि के सहयोग से भी चलाया जा रहा है जो लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है जैसे – पहेली पहलवान और मिशन कोरोना .
रेडियो मयूर छपरा के लिए यहाँ की जनता के लिए अपना काम बखूबी निभाते आ रहा है जिसके लिए समय समय पर कई संस्थाओं द्वारा इस टीम को सराहा भी गया है और ये लगातार समुदाय के विकास के लिए कार्यक्रम बनाते रहेंगे , ऐसा इनका कहना है . इस टीम ने युवाओं को एक पहचान भी दी है जिससे यहाँ जुड़कर युवा अपने सपने पूरे करते हैं और कुछ नया सीखते भी हैं .
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स्रोत – रेडियो मयूर टीम .