चन्द्रकान्त पाराशर , एडीटर-ICN हिंदी Lausanne(स्विटज़रलैंड) : 10अगस्त 2022 : सर्वविदित है कि हमारा देश भारत वर्तमान में अपनी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगाँठ पर अमृत महोत्सव मना रहा है । इस पुनीत अवसर पर भारतीय कवियों द्वारा रचित राष्ट्र-वंदन के अनूठे दस्तावेज के रूप में “भारत काव्य पीयूष“ कविता-संग्रह को 15अगस्त की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम समर्पित किया जाएगा । स्वाधीनता के अमृत-महोत्सव में “भारत काव्य पीयूष” पुस्तक की अवधारणा व उसे मूर्त रूप प्रदान करने में वैश्विक हिंदी संस्थान, ह्यूस्टन, अमेरिका के अध्यक्ष डा ओमप्रकाश गुप्ता व उनकी प्रबुद्ध…
Read MoreDay: August 12, 2022
चंबल की धरती का अनोखा क्रांतिकारी : दादा शंभूनाथ आजाद
डॉ. शाह आलम राना (पुण्यतिथि पर विशेष) किसी भी तरह के अन्याय व शोषण का प्रतिरोध चंबल के जनमानस की पहचान मानी जाती है। प्राचीन काल से लेकर उन्नीसवीं सदी तक के इतिहास में झाँके तो चंबल घाटी में बगावत एक समृद्ध परंपरा की तरह विकिसत होती रही। चंबल के लोगों ने अन्यायी अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ सतत मोर्चाबंदी की इसीलिए चंबल को शौर्य की जननी कहा जाता है। चंबल घाटी ने ऐसे तमाम मुक्ति योद्धा इस देश को दिए हैं जो अपने साहस, त्याग और बलिदान की इबारत लिख…
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