लखनऊ, 02 सितंबर,2024.‘सिनेमा सृष्टि के जन्म से ही जीवित है’ – आई.सी.एन. मीडिया ग्रुप के एडीटर व कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अमिताभ दीक्षित ने ‘फिल्म, मीडिया और समाज’ विषय पर आयोजित परिचर्चा में अपने विचार रखते हुये कहा। आई.सी.एन. मीडिया ने अपने लखनऊ स्थित परिसर में कल प्रसिद्ध प्लेराइटर, गीतकार, स्क्रीनराइटर, डॉयलाग राइटर व डायरेक्टर अज़ीम मलिक के सम्मान में एक परिचर्चा का आयोजन किया। उक्त कार्यक्रम फिल्म, पत्रकारिता व समाज के मध्य संबंधों की गहनता से पड़ताल की गई। परिचर्चा के प्रथम सोपान पर प्रो. (डॉ.) शाह अयाज़ सिद्दीकी, एडीटर इन चीफ़ ने उपस्थित श्रोताओं को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अज़ीम मलिक का विस्तृत परिचय देते हुये उनके व्यक्तित्व व कृतित्व से अवगत कराया और समाज में आई.सी.एन. की विशिष्ट भूमिका पर प्रकाश डाला।
तत्पश्चात् समाज सेविका व महिलाओं के अधिकारों की प्रखर पैरोकार नाइस हसन जी ने समाज व फिल्म के संबंधों के संबंध में सरकारों द्वारा बनाई जाने वाली नीतियों को सूक्ष्मता से परिभाषित करने व उसे सार्वजनिक हित में जारी करने की आवश्यकता पर बल देते हुये कहा नीतियाँ बनाते समय दूरगामी दृष्टि आवश्यक है ताकि भ्रम की स्थिति न उत्पन्न हो सके।
टेलीविज़न व मीडिया के प्रसिद्ध लेखक व कवि अखिल आनंद ने अपने मंचीय व फिल्मी अनुभवों को साझा करते हुये कहा कि फिल्में व समाज दोनों ही एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। आई.सी.एन. के सीनियर एक्ज़ीक्यूटिव एडीटर तरुण प्रकाश श्रीवास्तव ने हम सब सामाजिक प्राणी हैं और हम ही फिल्मों के विभिन्न चरित्रोां के रूप में प्रकट होते हैं। एक समाज की किसी एक कहानी को ही फिल्म के रूप में प्रदर्शित करते हैं और चूँकि यह कहानी समाज के अनेक लोगों के जीवन की दशा और दिशा की कहानी होती है इसलिये फिल्मकारों की ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि फिल्में रुपहले पर्दे पर समाजा की दशा उकेरने का ही माध्यम नहीं है बल्कि इसे समाज की दिशा भी तय करने में अपनी भूमिका निभानी चाहिये। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि अज़ीम मलिक ने श्रोताओं के साथ अपने अनेक फिल्मी व साहित्यिक अनुभव साझा करते हुये कहा कि फिल्में व पत्रकारिता दोनों की समाज के लिये जवाबदेही है और मनोरंजन के साथ स्वस्थ समाज का निर्माण भी उनकी ज़िम्मेदारी है।
कार्यक्रम में फ़ज़ल नबी खान, एक्ज़ीक्यूटिव एडीटर, अरविंद सिंह राना,ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश, एडीटर श्रीमती क़ौसर खान, एक्ज़ीक्यूटिव एडीटर,नूर चौधरी, श्रीमती अनिता प्रकाश,एसोसिएट एडीटरअखिल आनंद,असिस्टेंट एडीटर तान्या प्रकाश,एसोसिएट एडीटर मोहम्मद तौसीफ़ सिद्दीकी, एसोसिएट एडीटर,उमा नाथ शर्मा,अनुपम श्रीवास्तव, गुफ़रान अनिल कुमार, विजय,अरुण, ख़ुशी,आकाश, इत्यादि ने भाग लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन एडीटर, गौरव प्रताप सिन्हा ने किया।