सैन फ्रांसिस्को। जल्द ही गूगल ऐसी सेटिंग्स लाने वाला है, जिनके आने के बाद आप किसी देश का कोड डालकर उस देश की गूगल सर्च सर्विसेज या मैप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। यह नियम एक देश से दूसरे देश ट्रैवल करने पर भी लागू होगा। मसलन अगर आप भारत से यूएस जा रहे हैं, तो आप यूएस में भारत का कोड डालकर कुछ सर्च नहीं कर सकेंगे। आपको वही दिखेगा जो यूएस के सर्च इंजन पर कस्टमाइज्ड होगा।कंट्री सर्विसेज से किसी देश का कंट्री कोड टॉप-लेवल डोमेन नेम्स (सीसीटीएलडी) में फर्क करने के काम आती हैं।
जैसे, फ्रांस में गूगल का डोमेन नेम गूगल.एफआर या इंग्लैंड में गूगल.सीओएम.यूके है।गूगल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल किसी देश की सेवाएं पाने के लिए उसका टॉप लेवल डोमेन खुद एंटर करने की प्रैक्टिस को बंद करना चाहता है।इस रिपोर्ट में बीते शुक्रवार लिखा गया था., आज से, कंट्री सर्विसेज को डोमेन के आधार पर तय नहीं किया जाएगा। बिना गूगल के सीसीटीएलडी में बदलाव किए आप वही कंट्री सर्विस इस्तेमाल कर पाएंगे जो आपकी लोकेशन के मुताबिक आपको मिलेगी।गूगल की जीमेल और यूट्यूब सर्विसेज पहले से ही इसी तरह काम करती हैं।