सिडनी। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया का एक बड़ा हिस्सा भयंकर सूखे से ग्रस्त है। इस सूखे के अध्ययन से यह पता लगता है कि बीते 400 सालों में यह सबसे भयंकर सूखा हो सकता है। स्थिति यह है कि अब किसानों के पास अपने पशुओं को खिलाने के लिए कुछ नहीं बचा न उनके पास पानी है और वे इन्हें मार रहे हैं। सूखे का सबसे ज्यादा असर न्यू साउथ वेल्स पर पड़ा है। किसानों की जमीन इतनी सूखी है कि उसपर कुछ भी पैदा नहीं किया जा सकता ताकि जानवरों का पेट भर सकें। इसलिए खुद भूखमरी झेल रहे किसान मजबूरन हजारों जानवरों को गोलियों से मार रहे हैं ताकि उनकी दुर्गति न हो। इसी साल की शुरुआत में एनएसडब्ल्यू के किसान जॉन फेयरले ने फेसबुक पर स्थानीय समुदाय से अपनी 130 गायों और बछड़ों को खाना खिलाने के लिए मदद मांगी थी। इससे पहले फेयरले अपने जानवरों के लिए खुद के खेतों में फसल की पैदावार पर निर्भर थे लेकिन इसी साल मई में जमीन इस कदर सूखी कि उनकी फसल 10 सेंटीमीटर तक भी नहीं उग सकी। द संडे टेलिग्राफ में छपी एक खबर में एक किसान ने बताया था कि उसे सूखे की वजह से अपने 1200 भूखी भेड़ों को गोली से मारना पड़ा और उन्हें जमीन में गाडऩा पड़ा। हालांकि, पशु अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था पेटा ने इसका विरोध किया है। करीब 99 प्रतिशत एनएसडब्ल्यू में सूखे का असर है। ब्यूरो ऑफ मेटियरोलॉजी ने बताया है कि 2002 के बाद से इस साल का जुलाई महीना सबसे शुष्क रहा है। इस महीने में तापमान भी औसत से 2.23 सेल्सियस ज्यादा रहा। एनएसडब्ल्यू सरकार ने सूखे से निपटने के लिए 50 करोड़ डॉलर अतिरिक्त राशि देने का फैसला किया है। यह लगातार 7वां साल है जब यहां सामान्य से कम बारिश हो रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सूखे की वजह अल नीनो और ग्लोबल वॉर्मिंग है।
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