72 घंटों का नया फोरकास्ट सिस्टम लॉन्च

नई दिल्ली। ठंड में दिल्ली-एनसीआर की हवा दरुस्त रखने के लिए मैराथन प्रयास भी शुरू हो गए हैं। केंद्र ने सोमवार को एक हवा की गुणवत्ता को लेकर पूर्वानुमान करने वाला नया फोरकास्ट सिस्टम लॉन्च किया है। यह सिस्टम आने वाले 3 दिनों में हवा कैसी रहेगी इसका पूर्वानुमान लगा सकता है। इससे दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, गाजियाबाद और रोहतक की हवा भी चेक की जाएगी।इस नई सर्विस से जहां लोगों को खराब हवा की स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी बल्कि एजेंसियों को भी समस्या से पहले कदम उठाने और चेतावनियां जारी करने में सहूलियत होगी। 3 दिनों तक की एय का पूर्वानुमान बताने वाला यह सिस्टम रियल टाइम डेटा पर आधारित है। यह अलग-अलग सैटलाइट और अन्य स्रोतो से मिले आंकड़ों का इस्तेमाल कर यह हवा में डस्ट, एसओ2, एनओ2 के अलावा पीएम2.5 और पीएम 10 जैसे पदार्थों की जानकारी देता है।इसके लॉन्च के तुरंत बाद सीपीसीबी ने वेदिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद और रोहतक में अलग-अलग जगहों का 72 घंटों का पूर्वानुमान अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है। भारतीय मौसम विभाग के हेड केजे रमेश ने बताया कि इस सिस्टम का बेंचमार्क डेटा नवंबर 2017 और जून 2018 के बीच लिया गया। यह सिस्टम भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) पुणे, भारतीय मौसम विभाग और नैशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फॉरकास्टिंग के वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से बनाई है। इस प्रणाली के शुभारंभ के अवसर पर हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 41 सदस्यीय टीम गठित की है जो दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर पर लगातार निगरानी रखेगी और बोर्ड को इसकी रिपोर्ट देगी।  दिल्ली-एनसीआर में एयर पलूशन से निपटने के लिए एक आपातकालीन योजना ग्रेडेड रेस्पॉन्स ऐक्शन प्लान (जीआरएपी) सोमवार को लागू की गई है। इसमें मशीनों से सड़कों की सफाई और इस क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले इलाकों में वाहनों के सुचारू आवागमन के लिए यातायात पुलिस की तैनाती जैसे उपाय शामिल होंगे। उच्चतम न्यायालय से अधिकार प्राप्त पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण की एक सदस्य अनुमिता रायचौधरी ने कहा कि इसके तहत जनरेटरों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई है लेकिन इन पर एनसीआर में पाबंदी नहीं होगी क्योंकि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की स्थिति अच्छी नहीं है।

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