माइक्रोसेट-आर के साथ उड़ान भरने वाली कलामसेट सैटेलाइट आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में बेहद उपयोगी साबित होने वाली है।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर में गुरुवार देर रात (11:37pm) इसरो ने छात्रों का बनाया सबसे हल्का सैटेलाइट ‘कलाम सैट’ लॉन्च कर दिया है।छात्रों ने इस सैटेलाइट का नाम पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर ‘कलाम सैट’ रखा गया है। इसका वजन करीब 1.2 किलोग्राम है।स्पेस किड्ज नाम की निजी संस्था के छात्रों ने इसे तैयार किया है।इसे सैटेलाइट को वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।’कलाम सैट’ की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग पर इसरो के चीफ के सिवन ने कहा, “भारत में इसरो सभी छात्रों के लिए खुला है।आप अपना सैटेलाइट लेकर आइए और हम इसे आपके लिए लॉन्च करेंगे।पीएसएलवी-सी44 ने माइक्रोसेट-आर के साथ भेजी गई कॉलेज छात्रों की बनाई ‘कलामसेट’ सैटेलाइट को भी तकरीबन 90 मिनट बाद अपने चौथे चरण के ईंधन की बदौलत 450 किलोमीटर दूर स्थित और ज्यादा ऊंची कक्षा में स्थापित किया। इस मौके पर इसरो के पूर्व चेयरमैन कृष्णस्वामी कस्तूरीरंगन और एएस किरण कुमार भी मिशन कंट्रोल सेंटर में मौजूद रहे।