हिंदी के जाने माने प्रख्यात आलोचक और साहित्यकार नामवीर सिंह का मंगलवार देर रात निधन हो गया है। वह 93 साल के थे। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे और एम्स में भर्ती थे। जानकारी के मुताबिक उन्होंने लगभग 11:50 बजे अंतिम सांस ली। नामवर सिंह के परिवार वालों ने जानकारी दी कि दिल्ली के लोधी रोड स्थित शमशान घाट में बुधवार दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।नामवर सिंह बनारस का जन्म (वर्तमान में चंदौली जिला) के एक गांव जीयनपुर में हुआ था। उन्होंने हिन्दी साहित्य में एमए व पीएचडी करने के पश्चात् काशी हिंदू विश्वविद्यालय में अध्यापन किया।बीएचयू के बाद डॉ. नामवर सिंह ने क्रमश: सागर विश्वविद्यालय और जोधपुर विश्वविद्यालय में भी अध्यापन किया। लेकिन बाद में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में उन्होंने काफी समय तक अध्यापन कार्य किया। अवकाश प्राप्त करने के बाद भी वे उसी विश्वविद्यालय के भारतीय भाषा केंद्र में इमेरिट्स प्रोफेसर रहे।नामवर सिंह के निधन की खबर सुनकर पूरे साहित्य जगत में गहरा सदमा पहुंचा है। उनके निधन के बाद से साहित्य और पत्रकारिता जगत के वरिष्ठ लोगों ने ट्विटर के जरिए गहरा शोक जताया है।
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