नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के भाव बुधवार को लगातार दूसरे दिन स्थिर रहे। हालांकि, कच्चे तेल में आई नरमी से आगे फिर पेट्रोल और डीजल के दाम में राहत मिलने की संभावना बनी हुई है। अमेरिका में तेल का भंडार बढऩे और वैश्विक मांग कमजोर रहने की आशंकाओं से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में लगातार तीन दिनों से गिरावट का सिलसिला जारी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार से नरमी के संकेत मिलने से घरेलू वायदा बाजार में बुधवार को कच्चे तेल के दाम में करीब दो फीसदी की गिरावट आई
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल के चालू महीने के अनुबंध में सुबह 9.46 बजे पिछले सत्र से 72 रुपये यानी 1.94 फीसदी की गिरावट के साथ 3,648 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के अगस्त डिलीवरी अनुबंध में 1.46 फीसदी की गिरावट के साथ 61.38 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई के जुलाई अनुबंध में 1.56 फीसदी की कमजोरी के साथ 52.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। अमेरिकी एजेंसी एनर्जी इन्फॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन की हालिया मासिक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2019 में कच्चे तेल की वैश्विक खपत 123.1 लाख बैरल रोजाना रह सकती है, जो कि पिछले महीने यानी मई में जारी अनुमान से 1.4 लाख बैरल रोजाना कम है। ऊर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि इसके अलावा, पिछले सप्ताह अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में इजाफा हुआ है जिससे कीमतों में नरमी देखी जा रही है। अमेरिका में पिछले सप्ताह कच्चे तेल का भंडार पिछले सप्ताह 49 लाख बैरल बढ़कर 48.28 करोड़ बैरल हो गया। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम यथावत क्रमश: 70.43 रुपये, 72.68 रुपये, 76.12 रुपये और 73.17रुपये प्रति लीटर रहे। डीजल के दाम भी चारों महानगरों में पूर्ववत क्रमश: 64.39 रुपये, 66.31 रुपये, 67.51 रुपये और 68.11 रुपये प्रति लीटर बने रहे। विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर कच्चे तेल के भाव में मौजूदा स्तर और टूटेगा तो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम में और राहत मिल सकती है।