नयी फ़िल्म सुस्वागतम् ख़ुशामदीद के साथ पुलकित सम्राट करेंगे सोशल बांडिंग प्रमोट

बिट्टु बॉस, फ़ुकरे, फ़ुकरे रिटर्न और पागलपंथी में अपने हास्य किरदारों निभानेवाले अभिनेता पुलकित सम्राट अपनी कामिक़  टायमिंग और हास्य किरदारों के लिए दर्शकों के बीच लोकप्रिय है न्यू जेनरेशन  एक्टर्स में पुलकित युवा दर्शकों के साथ ही फ़ैमिली आडियंस में भी काफ़ी पसंद किए जाते है ।
क़ोरोना की वैश्विक महामारी के चलते लाँक डाउन के बीच पुलकित सम्राट की नयी फ़िल्म की सुस्वागतम् ख़ुशामदीद का एनाउनसमेंट बालीवुड और उनके चाहनेवालो के लिए एक राहत देनेवाली खबर हैं  फ़िल्म सुस्वागतम् ख़ुशामदीद एक पूरी तरह से कामेडी फ़िल्म है लेकिन फ़िल्म कामेडी के साथ ही प्यार, दोस्ती और परस्पर सहयोग का अहम भी है  । अग्रणी फ़िल्म प्रोडक्शन कम्पनी मेटा फ़ोर  फ़िल्मस और इनसाइट इंडिया ने अपने बैनर तले अभिनेता पुलकित सम्राट को  अपनी दो आगामी फ़िल्म के लिए अनुबंधित किया है जल्द ही शूटिंग फ़्लोर पर जानेवाली फ़िल्म  सुस्वागतम् ख़ुशामदीद  के लेखक मनीष किशोर और निर्देशक धीरज कुमार है। फ़िल्म की  सह निर्माता कम्पनी  येलो एंट प्रोडक्शंस के सहयोग से दिल्ली और लख़नऊ के विभिन्न लोकेशंस पर बड़े पैमाने पर फ़िल्माया जाएगा।
फ़िल्म में अपने किरदार को लेकर बहुत उत्साहित अभिनेता पुलकित सम्राट बताते हैंकि  “यह एक पूरी तरह आउट एंड आउट कामेडी फ़िल्म है  फ़िल्म की कहानी के साथ दर्शक भावात्मक  ( इमोशनली ) रूप भी से जुड़ेंगे , मुझे भी इस किरदार का इंतज़ार हैं की यह किरदार  परदे से लोगों के बीच में दोस्ती, प्यार और परस्पर सहयोग का महत्वपूर्ण संदेश बहुत हल्के फ़ुल्क़े मनोरंजक स्टाइल में करेगा।
फ़िल्म के निर्देशक धीरज कुमार है जिन्होंने शरमन जोशी की फ़िल्म काशी इन सर्च ऑफ़ गंगा का निर्देशन किया था काशी के बाद यह उनकी अगली महत्वपूर्ण फ़िल्म है इस अवसर पर धीरज कुमार  ने कहाक़ि “ सुस्वागतम् ख़ुशामदीद  की कहानी और किरदार दर्शकों को कोमेडी क़े साथ प्यार का संदेश बेहद मज़ाक़िया अन्दाज़ में देगी .
फ़िल्म में सबसे ख़ास कहानी  में दो अलग अलग शहरों के  किरदारों के माध्यम से व्यंग को परदे पर लाना है। फ़िल्म के लेखक मनीष किशोर ने एक सधी हुईं पटकथा लिखी है और यह मेरी जिम्मेदारी है कि अब इसे खूबसूरती से पर्दे पर उतारा जाए। पुलकित सम्राट मुख्य भूमिका निभाने के लिए  सबसे सही चुनाव है एक सशक्त  अभिनेता के साथ ही वह दिल्ली ब्वाय है  दिल्ली के संस्कृति और स्थानीय बोली के ख़ास लहजे से परिचित है।

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