वाशिंगटन । अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान बहानेबाजी छोड़कर अपने यहां सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे। अमेरिका का रक्षा मंत्री बनने के बाद पहली बार इस्लामाबाद के दौरे पर रवाना होने से पहले जिम मैटिस ने यह बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 21 अगस्त को अपनी दक्षिण एशिया नीति की घोषणा की थी। इसमें उन्होंने आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने को लेकर पाकिस्तान की सख्त आलोचना की थी।
मैटिस की इस्लामाबाद यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को रिहा कर दिया। अमेरिका ने सईद की रिहाई पर नाराजगी जाहिर की है और कहा कि यह आतंकियों का पनाहगाह नहीं होने के पाकिस्तान के दावे को झुठलाता है। मैटिस की चार देशों (मिस्र, जार्डन, पाकिस्तान और कुवैत) की यात्रा शुक्रवार से शुरू हुई है। अपनी यात्रा के दौरान वह मध्य-पूर्व, पश्चिम अफ्रीका और दक्षिण एशिया में भागीदारी के लिए अमेरिका की स्थायी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करेंगे। मिस्र जाने के दौरान मैटिस ने संवाददाताओं को बताया, ‘अफगानिस्तान में, हमने पाकिस्तानी नेताओं के मुंह से सुना कि वे आतंकवाद का समर्थन नहीं करते हैं।
इसलिए मुझे उम्मीद है कि उनकी कार्रवाई उनकी नीतियों में भी दिखाई देगी। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, ‘वे कहते हैं कि वे किसी भी आतंकी संगठन या उन्हें पनाह देने वालों का समर्थन नहीं करते हैं। पाकिस्तान खुद को आतंकवाद से सबसे अधिक पीडि़त बताता है। उसके अनुसार, उसके देश की निर्दोष जनता और सेना इसका शिकार हुई है। इसलिए हम उससे अपेक्षा करते हैं कि वे अपने सर्वोत्तम हित तथा शांति के सहयोग व क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम करें। पेंटागन ने बताया है कि मैटिस सोमवार को पाकिस्तान पहुंचेंगे। वहां उनके पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात करने की उम्मीद है।