नई दिल्ली। वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के बीच विलय सौदे के अगले साल (2018) मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है क्योंकि इसके लिए जरूरी सभी नियामक अनुमोदन के समय पर मिलने की तेज संभावना है। यह जानकारी इस मामले से जुड़े इंडस्ट्री के एक सूत्र ने दी है। सूत्र ने अपना नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, अब वोडाफोन और आइडिया के एकीकरण के लिए सिर्फ दो ही मंजूरियां बाकी रह गई हैं। इनके इस वित्त वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। जब वोडाफोन और आइडिया के इस संबंध में ई-मेल के जरिए संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उनकी तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। कौन-कौन सी मंजूरियां बाकी: ये दोनों कंपनियां मंजूरी को लेकर फिलहाल राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष हैं। इसके बाद उन्हें दूरसंचार विभाग से अंतिम मंजूरी लेनी होगी। आइडिया सेल्यूलर शेयरधारकों और ऋणदाताओं के साथ 12 अक्टूबर को बैठक करेगी और वोडाफोन इंडिया के कारोबार में विलय को लेकर मंजूरी लेगी। वहीं दूसरी तरफ आइडिया सेल्युलर ने वोडाफोन इंडिया के कारोबार के साथ एकीकरण को मंजूरी लेने के लिए 12 अक्टूबर को शेयरधारकों और उधारदाताओं (क्रेडिटर) की एक बैठक बुलाई है। गुजरात के गांधीनगर में होने वाली यह बैठक एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ के आदेश पर बुलाई गई है। गौरतलब है कि इसी साल वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्यूलर ने अपने कारोबार के विलय पर आपसी सहमति जताई थी।
मार्च 2018 तक पूरा हो सकता है वोडाफोन और आइडिया का मर्जर
